सबरीमाला में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को पुलिस फोर्स की सुरक्षा में दो महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे मुमकिन नहीं होने दिया। इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। इस बीच लेफ्ट ने इस मामले की तुलना बाबरी मस्जिद से करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि बाबरी मस्जिद विध्यवंस और सबरीमाला की घटनाओं का पैटर्न एक जैसा ही है। उन्होंने सारे विवाद के लिए भाजपा और संघ को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि वहां चोर ही पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं। येचुरी ने कहा है कि किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश से रोका नहीं जा रहा लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इसकी आड़ में समस्या खड़ी कर रहे हैं।
प्रवेश नहीं कर पाईँ महिलाएं
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद शुक्रवार को महिलाएं सबरीमाला मंदिर में प्रवेश नहीं पाईं। प्रदर्शनकारियों के दबाव की वजह से पुलिस को जहां पीछे हटना पड़ा वहीं मंदिर जाने के लिए निकलीं दो महिलाओं को भी लौटना पड़ा। केरल सरकार ने कहा कि मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत है लेकिन कुछ ऐक्टिविस्ट भी घुसने की कोशिश में थीं। हैदराबाद के मोजो टीवी की जर्नलिस्ट कविता जक्कल और ऐक्टिविस्ट रिहाना फातिमा मंदिर में नहीं घुस पाईं।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता आर चेन्निथला ने कहा है कि सबरीमाला मंदिर कोई पर्यटन स्थल नहीं है। केवल श्रद्धालु ही मंदिर में जा सकते हैं। इस समय केरल की पुलिस जो कर रही है वह गलत है। अगर हमारी सरकार होती तो हम इस मामले को अच्छे से टेकल करते। भक्तों से बात करते और हिंसा नहीं होती।