राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश के भाजपा नेताओं को व्यर्थ बयानबाज़ी की बजाय अपनी स्थिति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
सचिन पायलट ने उनके बयान पर भाजपा नेताओं की बयानबाजी पर सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आपसी फूट एवं अंतर्कलह इतनी हावी है कि राज्य मे भाजपा विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा पा रही। इनकी नाकाम नीतियों से देश में उपजे संकट में जनता को अकेला छोड़ने वालों को जनता करारा जवाब देगी
बता दें कि गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हुए। इसके बाद पायलट खेमा फिर से सक्रिय नजर आया। हालांकि यह पहली बार नहीं है। इसके बाद पायलट को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गईं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पायलट के बयान “हमसे किए गए वादे दस महीने बाद भी पूरे नहीं” पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि कांग्रेस के भीतर चल रहे झगड़े और अंतर्कलह का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को दोषी ठहराया था लेकिन आज हकीकत प्रदेश की जनता के सामने है।
इसी तरह उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड ने कहा था कि आखिर मन का दर्द होठों पर आ ही गया। ये चिंगारी कब बारूद बनकर फूटेगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने में तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने अहम भूमिका निभाई थी। सुलह कमेटी के पास मुद्दे अब भी अनसुलझे ही हैं।