उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित बलात्कार और हत्या की घटना पर योगी सरकार घिरी हुई है। इस बीच अब राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता पायलट ने कहा कि पहली बार देखा कि प्रशासन और सरकार ने जानबूझकर सबूत निपटाने की कोशिश की और वहां के ज़िला कलेक्टर ने उनके परिजनों को धमकाने की कोशिश की।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री और पूरे प्रशासन ने विपक्ष की आवाज को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
वहीं इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राहुल गांधी को कल हाथरस जाने से रोके जाने पर तीखी निंदा की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना(हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार) है, लोकतंत्र के अंदर कोई राष्ट्रीय स्तर का नेता जाना चाहता है अगर कोई छुपाने की बात नहीं है तो रोकने की बात क्यों होनी चाहिए?
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में विपक्षी भाजपा के नेता हालिया हिंसा के बाद डूंगरपुर जिले में गए और उन्हें अनुमति दी गयी और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गहलोत ने कहा,'जब छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो किसी को क्यों रोका जाएगा। भाजपा नेता डूंगरपुर गए और हमने उनको जाने और वहां की वास्तविकता देखने की अनुमति दी। लोकतंत्र में यह सामान्य बात है।'
गहलोत ने संवाददाताओं से कहा,' हाथरस में जो भी हुआ वही बहुत शर्मनाक है। पीड़िता की मां बिलखती रही और अपने बेटी के अंतिम दर्शन कराने की गुहार करती रही लेकिन पुलिस ने उनको अनुमति नहीं दी और देर रात शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।'