आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने “तथाकथित” आबकारी घोटाला मामले में आरोपी व्यक्ति से 60 करोड़ रुपये लिए, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि खुद उन्हें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत ‘आप’ के नेताओं को बिना किसी सबूत के आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया।
सिंह ने आरोप लगाया, "ईडी ने आबकारी घोटाला मामले में अपने आरोपपत्र में जिस सरत रेड्डी को मुख्य आरोपी बताया था, उसने चुनावी बॉण्ड के माध्यम से 60 करोड़ रुपये दिए। लेकिन एजेंसी ने इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।" इस पर रेड्डी या भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
सिंह ने दावा किया कि आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तारी के बाद रेड्डी ने 15 नवंबर, 2022 को भाजपा को चंदे के रूप में पांच करोड़ रुपये दिए। उन्होंने कहा कि छह महीने जेल में रहने के बाद, रेड्डी को 8 मई, 2023 को जमानत मिल गई और अगले कुछ दिन में उसने चुनावी बॉण्ड के माध्यम से भाजपा को 50 करोड़ रुपये दिए।
सिंह ने यह दावा भी किया कि अपनी गिरफ्तारी से पहले, रेड्डी ने 2022 में भाजपा को पांच करोड़ रुपये का चंदा दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि 21 मार्च को चुनावी बॉण्ड का विवरण सार्वजनिक होने और यह खुलासा होने के तुरंत बाद ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर छापा मार दिया कि भाजपा ने रेड्डी से पैसे लिए थे।