उन्होंने अहमदाबाद में कहा कि भारत और कश्मीर को अलग-अलग देखना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि दलितों पर अत्याचार कोई आज की बात नहीं है। देश में उन पर काफी पहले से हमलेे हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर को भारत से अलग रखकर सोचना हमारे लिए संभव नहीं। हम ऐसा कभी सोच ही नहीं सकते कि कश्मीर घाटी हमारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में अलगाववाद की आवाज जोर पकड़ते जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घाटी के कुछ छोटे संगठन आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। जिन पर लगाम अवश्य लगनी चाहिए।
दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर भाजपा नेता आडवाणी ने कहा कि दलित लोगों पर हमेशा से अत्याचार होता आया है। यह कोई आज की बात नहीं है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा से जुड़े लोग इस मसले से अवश्य परेशान होंगे। उन्होंने बोला कि दलितों पर हुई ज्यादती से एक वर्ग विशेष का बेहद परेशान होना स्वाभाविक है।