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एनएसजी को पठानकोट भेजना गंभीर चूक थी: दिग्विजय

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पठानकोट वायु सेना स्टेशन में हुए आतंकी हमले का जवाब देने में एनएसजी कमांडो के उपयोग को एक गंभीर चूक बताया है। सिंह ने इस फैसले को लेने में अहम भूमिका निभाने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर भी सवाल उठाया है। साथ ही कांग्रेस नेता ने पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली को भी कटघरे में खड़ा किया है।
एनएसजी को पठानकोट भेजना गंभीर चूक थी: दिग्विजय

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने हालिया लाहौर यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। सिंह ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ जवाबी अभियान में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को तैनात करना गंभीर चूक थी। उन्होंने कहा, एनएसए अजीत डोभाल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, जब पास में सेना की इकाई थी तो वे आसानी से आतंकवादियों का मुकाबला कर सकते थे। यह सरकार की ओर से एक और गंभीर चूक है। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से प्रधानमंत्री ने अजीत डोभाल को क्लीन चिट दी है जबकि सेना के ज्यादातर लोगों ने एनएसजी को भेजने और भारतीय सेना को अभियान नहीं सौंपने पर सवाल उठाया है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने दावा किया कि डोभाल पठानकोट हमले में अपनी भूमिका को सही तरीके से नहीं निभा सके। सिंह ने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार के हमेशा पक्ष में रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अपनाया गया रुख सही नहीं है। सिंह ने कहा, नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के खिलाफ सर्वाधिक अपमानजनक भाषा में बोला करते थे। वह बेहद अनौपचारिक तरीके से पाकिस्तान गए, जो मेरा मानना है कि एक भारतीय प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता है। नतीजा दो दिन बाद देखने को मिला, पठानकोट में हमारे वायु सेना ठिकाने पर हमला किया गया। 

 

सिंह ने पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर पंजाब पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा, अब सूचना आ रही है कि उस सीमा से कुछ आतंकवादियों के घुसपैठ की खुफिया चेतावनी थी और यह सूचना पंजाब पुलिस के पास थी। लेकिन पंजाब पुलिस ने उस तरीके से कार्रवाई नहीं की जिस तरीके से उसे करना चाहिए था। गुरदासपुर के पूर्व पुलिस अधीक्षक सलविंदर सिंह की पठानकोट हमले में भूमिका पर संदेह जताते हुए कांग्रेस नेता ने मांग की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी समूचे मामले की एक विस्तृत जांच करे। उन्होंने कहा, घटना में पुलिस अधीक्षक सलविंदर सिंह के बर्ताव पर गौर करना बेहद महत्वपूर्ण है। वह एक जौहरी और अपने रसोइये के साथ बिना सुरक्षा के मध्यरात्रि में क्या कर रहे थे। 

 

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