भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का आज यानी शुक्रवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और पिछले कुछ वक्त से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने आज सुबह 5 बजे मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 67 वर्ष के थे।
जानकारी के मुताबिक, प्रभात झा का अंतिम संस्कार ग्वालियर या उनके पैतृक गांव कोरियाही, सीतामढ़ी (बिहार) में किया जा सकता है।
दरअसल, प्रभात झा काफी समय से अस्वस्थ थे और लगभग 26 दिन पहले भोपाल के एक निजी अस्पताल से एयरलिफ्ट कर गुरुग्राम लाया गया था। वहीं उनके बेटे अयत्न ने उनके निधन की पुष्टि की है। कुछ दिन पहले सीएम मोहन यादव भी उनका हालचाल जानने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचे थे। उनके निधन की खबर से भाजपा संगठन में शोक की लहर दौड़ गई है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ट्वीट कर लिखा, "भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, वरिष्ठ नेता आदरणीय प्रभात झा जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें। मध्य प्रदेश के विकास में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका सदैव हमें प्रेरित करेगी। आपका निधन राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।"
भारतीय जनता पार्टी के मध्यप्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय श्री प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें, ॐ शांति!
भाजपा वरिष्ठ नेता, @BJP4MP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय श्री प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें।
— VD Sharma (@vdsharmabjp) July 26, 2024
ॐ शांति! pic.twitter.com/d5BSkjNar9
दरअसल प्रभात झा, जो कि बीजेपी के कई अहम पदों पर रह चुके थे, उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके निधन से पार्टी और उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रभात झा ने अपने राजनीतिक जीवन में अनेक महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद पर भी रहे। वे अपनी सादगी और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते थे।