शांता कुमार की इस चिट्ठी के बाद से पार्टी में खलबली पैदा हो गई है। चिट्ठी सार्वजनिक होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि शांता कुमार कांग्रेस से प्रेरित हो गए है। इसलिए ऐसी बात कर रहे है। शांता ने अपनी चिट्ठी में शाह को लिखा है कि व्यापम घोटाले के कारण पार्टी का सिर शर्म से नीचा हुआ है। ऐसे में पार्टी को कोई ठोस निर्णय लेना होगा। पत्र में शांता कुमार ने महाराष्ट्र से लेकर राजस्थान तक की सरकारों की कार्यशैली पर सवाल उठाए है।
शांता ने लिखा है कि पार्टी का अगर कंोई कार्यकर्ता गलत काम कर रहा है तो उसका समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। शांता ने भाजपा अध्यक्ष को इस बात का भी सुझाव दिया है कि पार्टी का एक आंतरिक लोकपाल का गठन हो और इस लोकपाल के पदाधिकारी साफ छवि के होने चाहिए। शांता की चिट्ठी के बाद मचे बवाल से भाजपा असहज हो गई है। राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि ऐसी चिट्ठी से यह नहीं मान लेना चाहिए कि भाजपा कार्यकर्ता कोई गलत काम कर रहे है। शांता कुमार ने चिट्ठी के बारे में कहा कि उन्होने जो चिट्ठी लिखी है वह पार्टी के हित में है। अगर पत्र सार्वजनिक हो गया है तो इसे लेकर बवाल नहीं मचना चाहिए बल्कि पार्टी को आंतरिक मामले में सुधार करना चाहिए।