अगले लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी दलों ने कवायद शुरू कर दी है। पिछले दिनों एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई थी। बैठक के पहले बाद पवार की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की तीन बार मुलाकात हुई जिसने विपक्षी दलों के बीजेपी के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने के लिए एक साथ आने की अटकलों को हवा दे दी। हालांकि विपक्षी दलों की बैठकों से कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं की गैरमौजूदगी ने कई तरह के सवाल उठे। लेकिन शुक्रवार को शरद पवार ने कहा है कि वह कांग्रेस को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्र मंच पर इन दिनों विपक्षी पार्टियों को एकत्रित करने में जुटे पवार ने कहा है कि यदि कोई वैकल्पिक ताकत खड़ी की जाएगी तो कांग्रेस को साथ रखा जाएगा।
शरद पवार ने कहा, ''बैठक में (राष्ट्र मंच) गठबंधन पर चर्चा नहीं हुई है, लेकिन यदि वैकल्पिक ताकत खड़ी की जाएगी तो कांग्रेस को साथ रखकर ही ऐसा किया जाएगा। हमें इस तरह की ताकत की जरूरत है और मैंने इसे बैठक में भी कहा था।'' क्या वह वैकल्पिक गठबंधन का चेहरा वह होंगे, इस पर पवार ने कहा कि हमने अभी इस पर चर्चा नहीं हुए है, लेकिन मुझे लगता है कि सामूहिक नेतृत्व की भूमिका निभाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। मैंने यह वर्षों तक किया लेकिन अभी मैं सभी को एक साथ रखने, उनका मार्गदर्शन करने और उन्हें मजबूत करने के लिए काम करूंगा।
इस समय महाराष्ट्र में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की साझा सरकार है। वहीं, कांग्रेस ने राज्य में अगला चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस सवाल पर पवार ने कहा, ''हर राजनीतिक पार्टी को विस्तार का अधिकार है। पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए भी हम इस तरह की बातें कहते हैं। इसी तरह यदि कांग्रेस भी ऐसा कहती है तो हम इसका स्वागत करते हैं, क्योंकि यह उनका अधिकार है।''