देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी महामारी बेलगाम हो चली है। राज्य में कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है। आलम ये है कि राज्य के अस्पतालों में मरीजों को बेड्स नहीं मिल रहे हैं। ऑक्सीजन न मिलने की वजह से कोरोना पीड़ितों की मौत हो जा रही है। लेकिन, इसमें राजनीति भी जमकर हो रही है। शिवराज सरकार के मंत्री ने कोरोना बदहाली का पूरा ठिकड़ा पिछली सरकार यानी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर फोड़ा है। बीजेपी मंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा है कि राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों और बदहाली के लिए पूर्व की कमलनाथ सरकार जिम्मेदार है।
मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, यदि कमलनाथ ने शुरूआत में ही सही कदम उठाए होते तो ये कोरोना की नौबत ही नहीं आती। कमलनाथ की नीतियों की वजह से कोरोना फैल रहा है। मंत्री ने कमलनाथ पर वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में पनपे डर का आरोप भी लगाया।
वहीं, गुरूवार को जबलपुर में लिक्विड प्लांट में आई खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से सुबह 5 मरीजों की मौत हो गई। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं, 4 की हालत गंभीर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां के मेडिसिटी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से वेंटिलेटर पर 82 वर्षीय महिला की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। वहीं, 4 की मौत सुख-सागर मेडिकल कॉलेज में हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक मंत्री ने कोरोना मरीजों की बढ़ती मौत के आंकड़ों को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया।
मध्य प्रदेश के पशुपालन सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा, “कोरोना से मरने वालों को कोई नहीं रोक सकता है। मैं अकेला नहीं कह रहा हूं। सभी कह रहे हैं। उम्र हो जाती है तो उसको मरना ही पड़ता है।“ दरअसल, मंत्री कोरोना महामारी से हो रहे मौतों के सवाल पर जवाब दे रहे थे। मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे में 10,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 51 लोगों की मौत हो गई है।