बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति में शामिल नहीं किया तो अब उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी ठेंगा दिखा दिया है। गौरतलब है कि बीते लोकसभा चुनावों में स्मृति ईरानी बहुत तेजी से सफलता की सीढ़िया चढ़ी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजदीकी लोगों में से एक माना जाता था लेकिन अब परिस्थितियां ऐसी नहीं हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीएमओ ने स्मृति ईरानी के ओएसडी संजय कचरू की नियुक्ति पर रोक दी है। दावा किया जा रहा है कि कचरू की कार्यप्रणाली को लेकर जिस तरह से सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही थी, उससे प्रधानमंत्री खुश नहीं थे।
मंत्रालय आने से पहले कचरू देश की एक अहम कंपनी में कॉर्पोरेट अफेयर्स डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। उक्त पद पर नियुक्ति के लिए खुफिया ब्यूरो की हरी झंडी ली जाती है और उसकी रिपोर्ट को अहम माना जाता है। बताया जा रहा है कि खुफिया विभाग की रिपोर्ट कचरू के पक्ष में नहीं थी।
कुछ महीने पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कचरू पर कॉर्पोरेट से रिश्ते रखने के आरोप लगाए थे।