कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने शनिवार को सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी द्वारा पार्टी नेताओं का आग्रह ‘विनम्रता से अस्वीकार किए जाने’ के बाद सीडब्ल्यूसी ने सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। वह नए अध्यक्ष के चुनाव तक यह जिम्मेदारी निभाएंगी। वहीं, राहुल गांधी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के चलते हमने फिलहाल अध्यक्ष पद (स्थायी) के लिए विचार टाल दिया है। साथ ही सीडब्ल्यूसी ने एकमत से एक बार फिर राहुल गांधी से अध्यक्ष पद स्वीकारने को कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
दिन में दो बार हुई बैठक
इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) ने शनिवार को दो घंटे की बैठक के बाद शाम को फिर बैठक बुलाई। वहीं, दिन की पहली बैठक में सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी से इस्तीफा वापस लेने और पद संभालने की भी मांग की। राज्यों के नेताओं की राय जानने के लिए सीडब्ल्यूसी की पांच उप समितियां भी बनाई गईं। पार्टी के राज्य नेतृत्व की तरफ से भी राहुल गांधी को कमान संभालने की बात कही गई।
सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने राहुल गांधी से अपने फैसले पर विचार करने का आग्रह किया। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल से अपने फैसले पर विचार करने के लिए और समय लेने को कहा। इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि वह पार्टी की अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि नए अध्यक्ष के चुने जाने के बाद वह पार्टी के लिए और अधिक समय दे पाएंगे।
अध्यक्ष चुनने के लिए बनाई गईं समितियां
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, अध्यक्ष चुनने के लिए जो पांच सलाहकार समितियां बनाई गईं, वे सभी राहुल गांधी के अध्यक्ष बने रहने के पक्ष में थे। सीडब्ल्यूसी ने क्षेत्रवार उत्तर-पूर्व, पूर्व, उत्तर, दक्षिण और पश्चिम पांच समूहों का गठन किया गया था। युवा नेताओं को इन समूहों का प्रमुख बनाया गया है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख सचिन पायलट और पंजाब यूनिट के चीफ सुनील जाखड़ के अलावा कई राज्यों के पदाधिकारी भी शामिल हैं। सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों को राज्य यूनिट और प्रतिनिधियों से सलाह लेने का जिम्मा सौंपा गया है। सीडब्ल्यूसी के फैसले के मुताबिक उत्तर-पूर्व क्षेत्र समूह की अगुआई अरुण यादव करेंगे, जिसमें अंबिका सोनी और अहमद पटेल जैसे शीर्ष नेता भी शामिल होंगे। पूर्व क्षेत्र का नेतृत्व सुष्मिता देव के जिम्मे है। इस समूह में सोनिया गांधी और के.सी. वेणुगोपाल भी होंगे।
उत्तर क्षेत्र का जिम्मा रजनी पटेल को दिया गया है। उनकी टीम में प्रियंका गांधी वाड्रा और पी.चिदंबरम भी होंगे। पश्चिमी क्षेत्र का नेतृत्व गौरव गोगोई करेंगे और उनके समूह में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, ए.के. एंटनी और मोतीलाल वोरा होंगे। राजीव सातव दक्षिण क्षेत्र की जिम्मेदारी संभालेंगे। मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा और मुकुल वासनिक इस समूह के सदस्य होंगे।