संसद के 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक हुई। इसमें आगामी संसद सत्र के लिए रणनीतियां तैयार की गईं। बैठक में कई मुद्दे उठाने का फैसला लिया गया और विपक्ष को साथ लेने की बात कही गई।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया, "कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह ने फैसला किया है कि हम संसद में कई मुद्दे को उठाएंगे, जिसमें महंगाई, पेट्रोल-डीजल की कीमतें, चीनी आक्रामकता के मुद्दे और जम्मू कश्मीर का मुद्दा शामिल है।" उन्होंने कहा, "संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को कांग्रेस किसान मुद्दा जिसमें एमएसपी शामिल होगा और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने के मुद्दे को उठाएगी।" इन मुद्दों पर विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए अपने प्रयासों के तहत विभिन्न दलों के नेताओं को बुलाएंगे।
बैठक में राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, एके एंटनी, मानिक टैगोर, रवनीत सिंह बिट्टू, के सुरेश, आनंद शर्मा पहुंचे थे। वहीं, मनीष तिवारी अपने क्षेत्र से वीडियो कॉल के जरिए जुड़े थे।
इस बार भी पिछली बार की तरह सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। कांग्रेस मोदी सरकार को सदन में घेरने की पूरी कोशिश करेगी और बैठक में इस पर रणनीति भी बना ली गई है। पिछले सत्र में पेगासस मामले पर विपक्षी पार्टियों की एकता देखने को मिली थी।