पार्टी नेताओं का एक तबका ठोस रणनीति पर जोर दे रहा है ताकि यह संदेश दिया जा सके कि पार्टी इस मुद्दे पर चर्चा से कतरा नहीं रही और नेतृत्व पर कीचड़ उछाले जाने को बर्दाश्त नहीं करेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा चाहती है ताकि मामले पर रुख को स्पष्ट किया जा सके। लोकसभा में भी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर संक्षिप्त चर्चा के लिए नोटिस और एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का नोटिस दिया है। चर्चा के दौरान इतालवी मरीन के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमलावर रुख अपनाने की कांग्रेस की रणनीति भी आज उस वक्त सामने आई जब पार्टी ने इस मामले में केंद्र पर जमकर निशाना साधा।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने इतालवी मरीन मामले में कमजोर बचाव पेश किया और इसकी एवज में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मामले में पार्टी नेतृत्व को गलत तरीके से आरोपित करने के लिए एक साजिश की। सिंधिया ने पत्रकारों को बताया, दि हेग स्थित स्थायी मध्यस्थता अदालत का हालिया आदेश इस दावे की पुष्टि करता है कि मोदी सरकार ने इतालवी मरीन मामले में कमजोर बचाव की एवज में साजिश की ताकि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कांग्रेस नेतृत्व को गलत तरीके से आरोपित किया जा सके।
सीबीआई ने त्यागी से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की
विवादित 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले में सीबीआई ने आज लगातार दूसरे दिन वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी से पूछताछ की। एजेंसी का दावा है कि त्यागी ने अगस्ता की इटली आधारित मूल कंपनी फिनमेकैनिका के एक वरिष्ठ पदाधिकारी से मुलाकात की बात स्वीकार की है। त्यागी से पहले मार्च, 2013 में पूछताछ की गई थी और आज उनको सीबीआई मुख्यालय में फिर से समन किया गया था। वह सुबह करीब 11 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे। उनसे करीब नौ घंटे तक पूछताछ की गई।
सीबीआई खुलकर कुछ नहीं कह रही लेकिन एजेंसी के सूत्रों ने दावा किया कि त्यागी ने यह बात स्वीकार की है कि वह 15 फरवरी, 2015 को नई दिल्ली में फिनमेकैनिका के मुख्य परिचालन अधिकारी जॉर्जिया जापा से मिले थे। उस वक्त वह वायुसेना प्रमुख थे। सूत्रों ने कहा कि कल त्यागी से जब फिनमेकैनिका या अगस्ता के किसी पदाधिकारी से मिलने के बारे में पूछा गया तो वह गोल-मोल जवाब दे रहे थे, लेकिन बार-बार सवाल किए जाने के बाद उन्होंने मुलाकात की बात स्वीकार ली।