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सपा ने उप्र में बदले सात प्रत्याशी

समाजवादी पार्टी में उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों को बदलने का सिलसिला जारी है। पार्टी ने आज सात सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए। इनमें से दो सीटें ऐसी हैं, जिनके उम्मीदवार बीते शनिवार को ही तय किए गए थे।
सपा ने उप्र में बदले सात प्रत्याशी

सपा की विज्ञप्ति के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सात प्रत्याशियों की जगह नए प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी कर दी। जगदीशपुर से अजीत प्रसाद की जगह विमलेश सरोज को उम्मीदवार बनाया गया है जबकि बिलग्राम मल्लावां से सुभाष पाल की जगह अनीस मंसूरी को प्रत्याशी नामित किया गया है।

अमापुर सीट पर वीरेंद्र सोलंकी की जगह राहुल पांडेय को सपा प्रत्याशी बनाया गया है जबकि तिलोई विधानसभा क्षेत्र से मयंकेश्वर शरण की जगह जैनुल हसन को उम्मीदवार बनाया गया।

माधवगढ़ से लाखन सिंह कुशवाहा के स्थान पर आरपी निरंजन, कालपी से विष्णुपाल सिंह उर्फ नन्नू की जगह राजा अनूप कुमार सिंह और खागा से ओमप्रकाश गिहार के स्थान पर विनोद पासी को उम्मीदवार बनाया गया है।

उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को भी शिवपाल ने 23 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था। अमापुर और खागा ऐसी दो सीटें हैं, जहां से 10 दिसंबर को क्रमश: वीरेंद्र सोलंकी और ओम प्रकाश गिहार को उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन दो ही दिन में दोनों सीटों के प्रत्याशी बदल दिए गए।

शनिवार को जारी सूची में एक ओर सपा सरकार के काबीना मंत्री आजम खां के बेटे का नाम प्रत्याशी के रूप में था तो दूसरी ओर माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई का नाम भी था। शिवपाल ने सूची का ऐलान करते हुए बताया था कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से सलाह मशविरे के बाद 23 प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि सपा ने स्वार विधानसभा सीट से आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम को प्रत्याशी बनाया है। सात सीटों के प्रत्याशी बदल दिए गए हैं, जिनमें कानपुर कैंट से हाजी परवेज के स्थान पर सांसद रह चुके अतीक अहमद को उम्मीदवार घोषित किया गया है।

मोहम्मदाबाद सीट से मुख्तार के भाई सिबगततुल्ला अंसारी को टिकट दिया गया है तो बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के वांछित अतीक अहमद को भी कानपुर कैंट से टिकट मिला है। उल्लेखनीय है कि मुख्तार और अफजाल अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का हाल ही में सपा में दोबारा विलय हुआ है। पूर्व में भी विलय किया गया था लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विरोध के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। सपा ने बसपा सुप्रीमो मायावती के नजदीकी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के भाई हसनुद्दीन सिद्दीकी को बांदा से उम्मीदवार बनाया है। (एजेंसी)

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