यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गाजीपुर में अपने अभियान की शुरुआत करते हुए एक रैली में कहा कि जहां तक सपा का सवाल है तो उसके सामने बहुत चुनौतियां हैं। ऐसी चुनौतियां हैं कि जिनका कहीं कुछ प्रभाव नहीं है, वे कानाफूसी करके पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं। हमारे सामने कुछ कहेंगे, पीठ पीछे कुछ कहेंगे।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अनुशासन में रहकर सरकार और संगठन में हो रही गलतियों को उनके या किसी अन्य पदाधिकारी को बताएं। यह उनका अधिकार है लेकिन इसके बावजूद लोग कानाफूसी और चुगलखोरी कर रहे हैं। चुगलखोरों की छवि कभी अच्छी नहीं बनती।
सपा मुखिया ने तल्ख लहजे में कहा कि दिमाग से गुटबाजी निकाल दो। इसके-उसके समर्थक बनने के बजाय समाजवादी पार्टी के बनकर रहो। पहचान हो गई है कि सपा के शुभचिंतक कौन हैं और गलत काम करने वालों के शुभचिंतक कौन हैं। हम जनता पर विश्वास करते हैं कि जनता हमारा साथ देगी। हम पार्टी की एकता चाहते हैं, स्पष्ट बहुमत की सरकार चाहते हैं, यह हमारा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि वह नौजवानों से कई बार कह चुके हैं कि आगे चलकर उन्हें ही पार्टी और सत्ता चलानी है, इसके लिए खुद को तैयार करें। समाजवादी साहित्य पढ़ें और उसकी नीतियों को समझें।
मुलायम के भाषण से पहले रैली स्थल पर सपा कार्यकर्ताओं के दो गुटों में तीखी झड़प और धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर कुर्सिया भी फेंकीं। बहरहाल, पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति को शांत किया।