त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक रहे व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा गिराने को लेकर जारी बयानबाजी में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय सुब्रह्मण्यम स्वामी भी कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि लेनिन तो विदेशी है, एक प्रकार से आतंकवादी है। जबकि जदयू के सांसद हरिवंश ने लेनिन की प्रतिमा को गिराने को गलत बताया है।
#Lenin to videshi hai, ek parakar se antankwadi hai, aise vyakti ka humare desh mein statue? Woh statue Communist party ke headquarters ke andar rakh sakte hain aur pooja karen :Subramanian Swamy pic.twitter.com/DUDVFApSCT
— ANI (@ANI) March 6, 2018
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सवाल किया कि ऐसे व्यक्ति की हमारे देश में मूर्ति? वो कम्युनिस्ट पार्टी के मुख्यालय के अंदर मूर्ति रख सकते हैं और पूजा करें।
दूसरी ओर, भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि उनकी पार्टी हिंसा की संस्कृति का पालन नहीं करती। वाम दल उस वक्त चुप रहे जब त्रिपुरा जैसे राज्य में 11 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। ऐसे लोग जो वाम दलों का समर्थन करते हैं आज मूर्ति को हटाने को बदस का मुद्दा बना रहे हैं।
BJP does not ever practice culture of violence. In places like #Tripura, Left parties have chosen to be silent about 11 BJP workers who were killed. Some of those who support Left parties are trying to foist these kind of debates that a statue is removed: Nalin Kohli, BJP pic.twitter.com/hgOOnG1VR5
— ANI (@ANI) March 6, 2018
इस बीच, जदयू सांसद हरिवंश ने कहा मूर्ति हटाया जाना गलत है। हमारे देश के लोग अलग-अलग विचारधाराओं में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि यह सच है रूस में सत्ता खत्म होने के बाद लेनिन की मूर्तियां हटाई गईं थी। लेकिन भारत रूस नहीं है। हरिवंश ने कहा कि यहां सभी विचारधाराओं का समर्थन किया जाना चाहिए।
This is wrong.People of this nation believe in different ideologies. It is true that Lenin's statues were demolished after end of ruling in Russia. But India is not Russia, all ideologies should be supported here. Lenin brought huge revolution in 1917 for poor: JD(U) MP Harivansh pic.twitter.com/o378JJ77yp
— ANI (@ANI) March 6, 2018