राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने भाई अग्रसेन के घर पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा छापा मारे जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे वे घबराने वाले नहीं हैं और इस तरह की कार्रवाई का नुकसान अंतत: भाजपा और केंद्र सरकार को ही होगा।
गहलोत ने कहा कि दिल्ली में उनकी हालिया सक्रियता का बदला केंद्र सरकार उनके भाई के खिलाफ छापेमारी करके ले रही है। उन्होंने बताया कि अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की जा रही है।
सीबीआई ने शुक्रवार को अग्रसेन गहलोत के जोधपुर स्थित आवास पर भ्रष्टाचार के एक मामले में छापा मारा है। उल्लेखनीय है कि 2020 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने भी अग्रसेन गहलोत के यहां छापेमारी की थी।
दिल्ली से लौटने पर मुख्यमंत्री गहलोत ने यहां हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा,‘‘ मैं अगर दिल्ली में सक्रिय हूं या मैंने राहुल गांधी के आंदोलन में भाग लिया तो इसका बदला मेरे भाई से क्यों लिया जाता है? यहां हमारी सरकार पर संकट साल 2020 में भी आया, तब भी भाई के यहां ईडी की छापेमारी हुई।’’ उन्होंने कहा कि इसे उचित नहीं कहा जाता सकता और इससे वह घबराने वाले नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके भाई का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने सरकार के रवैये को समझ से परे बताते हुए कहा कि पहले ईडी से छापेमारी कराई गई, अब सीबीआई से छापेमरी करा रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि इसे देश की जनता पसंद नहीं करती और धीरे-धीरे नुकसान भाजपा व केंद्र सरकार को ही होगा। उन्होंने कहा कि ये जितने ज्यादा देश में लोगों को तंग करेंगे उतना ज्यादा उल्टा असर इनके लिए होगा।
गहलोत ने कहा कि उन्होंने तो हाल ही में सीबीआई निदेशक, ईडी के निदेशक व आयकर विभाग के चेयरमैन से मिलने का समय मांगा था। उन्होंने कहा,‘‘13 जून को समय मांगा, 15 को मुकदमा दर्ज हुआ और 17 जून को छापे पड़ गए। यह क्या रवैया है, यह समझ से परे हैं।’’ उल्लेखनीय है ईडी द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नोटिस जारी किए जाने के खिलाफ कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के आंदोलन में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत कई दिन से दिल्ली में थे।