आईपीएल घोटाले के दागी ललित मोदी को ब्रिटेन से बाहर जाने में मदद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बुरी तरह घिर चुकी हैं। सरकार और पार्टी पूरी मजबूती के साथ इस मामले में उनके साथ दिखने की कोशिश कर रही है। लेकिन इन आरोपों के बाद सुषमा के खिलाफ पार्टी में भीतरघात की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। वैसे खुद सुषमा स्वराज ने स्वीकार किया है वह जुलाई 2014 से ललित मोदी के संपर्क में थीं और ब्रिटेन से बाहर जाने के लिए उन्हें यात्रा संबंधी दस्तावेज दिलवाने में मदद की। हालांकि, सुषमा का कहना है कि उन्होंने मानवीय आधार पर ललित मोदी की मदद की है।
अपने साल भर के कार्यकाल में किसी तरह के दाग या घोटाले से बचने का दावा करने वाली मोदी सरकार पर यह पहला बड़ा हमला है। विपक्ष पुरजोर तरीके से सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पर अड़ गया है। सुषमा स्वराज को अपनी सफाई में ट्वीट की झड़ी लगानी पड़ी। ललित मोदी को मदद करने की खबर फैलते ही सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया कि जुलाई 2014 में ललित मोदी ने उनसे बात कर बताया था कि उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं और उनकी पुर्तगात में सर्जरी होनी है। यूके सरकार ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देने के लिए तैयार थी लेकिन यूपीए सरकार के एक सर्कुलर के चलते भारत के साथ संबंध खराब होने के डर से आगे नहीं बढ़ रही थी। जबकि हॉस्पिटल में कॉन्सेंट पेपर साइन करने के लिए ललित मोदी का पुर्तगाल पहुंचना जरूरी था। सुषमा ने आगे लिखा, मानवता के आधार पर उन्होंने ब्रिटिश हाई कमिश्नर को संदेश भेजा कि ब्रिटिश सरकार अपने नियम-कायदों के हिसाब से ललित मोदी की अपील पर विचार कर ले। अगर ब्रिटिश सरकार उन्हें ट्रैवल दस्तावेज देने का फैसला करती है तो इससे भारत के साथ रिश्ते खराब नहीं होंगे।
Sometime in July 2014 Lalit Modi spoke to me that his wife was suffering from Cancer and her surgery was fixed for 4th Aug in Portugal.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
Taking a humanitarian view, I conveyed to the British High Commissioner that "British Government should examine the request of
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
I may also state that only a few days later, Delhi High Court quashed UPA Government's order impounding Lalit Modi's Passport on the
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
What benefit did I pass on to Lalit Modi - that he could sign consent papers for surgery of his wife suffering from Cancer ?
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
He was in London. After his wife's surgery, he came back to London. What is it that I changed ?
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
सुषमा स्वराज ने यह भी बताया है कि इस मामले के कुद दिन बाद ही दिल्ली हाईकोर्ट ने ललित मोदी के पासपोर्ट पर यूपीए सरकार की ओर से लगाई गई रोक हटा दी थी। एक रिश्तेदार को ललित मोदी की मदद से ब्रिटेन में एडमिशन दिलाने के मसले पर भी सुषमा स्वराज को सफाई देनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि ज्योर्तिमय कौशल ने ससेक्स यूनिवर्सिटी के लॉ कोर्स में सामान्य प्रक्रिया के तहत प्रवेश पाया है।
Regarding Jyotirmay Kaushal's admission in a law course at Sussex University, he secured admission through the normal admission
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 14, 2015
गौरतलब है कि जिस समय ललित मोदी को सुषमा स्वराज से मदद मिली, उस समय प्रवर्तन निदेशालय उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुका था और उनका पासपोर्ट मुंबई के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में जब्त था। वर्ष 2010 मेें आईपीएल में फिक्सिंग और सट्टेबाजी का खुलासा होने के बाद ललित मोदी लंदन चले गए थे। सुषमा स्वराज ने अपनी सफाई में अब तक कुल 16 ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, "मैंने ललित मोदी को क्या फायदा पहुंचाया- यही न कि वह कैंसर से जूझ रही अपनी पत्नी की सर्जरी कराने से संबंधित दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर सकें? उस वक्त वह लंदन में थे। पत्नी की सर्जरी के बाद वह फिर लंदन चले गए। मैंने इसमें क्या बदल दिया?"
कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सुषमा स्वराज का ललित मोदी की मदद करना एक गंभीर मामला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर सफाई देनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने सुषमा पर हमला बोलते हुए इस्तीफे की मांग की है। हालांकि, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने यह कहते हुए सुषमा का बचाव किया है कि यह बीजेपी के अंदरूनी विवाद का नतीजा है। लेकिन लालू यह कहने से नहीं चूके कि मोदी सुषमा के कामकाज को पसंद नहीं करते हैं और विदेश दौरों में भी उन्हें तवज्जो नहीं देते।
ईमेल से हुआ खुलासा
दरअसल यह पूरा मामला ब्रिटिया मीडिया में लीक हुए ईमेल से सामने आया है। इन ईमेल से खुलासा हुआ कि सुषमा स्वराज ने भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज और ब्रिटेन के उच्चायुक्त जेम्स बीवन के जरिए ललित मोदी को उनकी पत्नी के इलाज के लिए पुर्तगाल जाने में मदद की। जिसके चलते ललित मोदी को 24 घंटे से भी कम समय में यात्रा दस्तावेज प्राप्त हो गए। इस मामले में कीथ वाज पर भी कई सवाल उठ रहे हैं।
कौन है आस्तीन का सांप
हालांकि केंद्र सरकार और भाजपा इस मामले में सुषमा स्वराज के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। लेकिन भाजपा नेता कीर्ति आजाद ने कहा है कि आस्तीन के सांप ने सुषमा के खिलाफ साजिश की है। उनके इस ट्वीट के बाद भाजपा में सुषमा स्वराज के खिलाफ साजिशों की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि सरकार और पार्टी पूरी तरह सुषमा के साथ है। किसी भारतीय ने विदेश में मदद मांगी तो उसके लिए लंदन में सांसद से बात की। यहां भोपाल त्रासदी के बाद जैसे हालात नहीं थे, जब एंडरसन या क्वात्रोची को देश से भगा दिया गया था। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सुषमा स्वराज के कदम को जायज ठहराया है।
'#BJPs #AsteenKaSaanp & #Arnab conspire against BJP leaders. Guess the snake? IStandWithSushmaSwaraj @SushmaSwaraj https://t.co/08OsjsqpNC
— Kirti Azad (@KirtiAzadMP) June 14, 2015