ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष व पूर्व सांसद सुष्मिता देव टीएमसी में शामिल हो गई हैं। उन्हें ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी व डेरेक ओ ब्रायन ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। सुष्मिता देव ने आज ही कांग्रेस से अपना इस्तीफा दिया था। सुष्मिता असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं।
इससे पहले सुष्मिता देव ने पार्टी के वाट्सएप ग्रुप को भी छोड़ दिया था, वहीं ट्विटर पर भी बायो बदल कर पूर्व पार्टी नेता कर लिया था। यह कदम सुष्मिता देव ने तब उठाया, जब ट्विटर ने उनके अकाउंट को निलंबित कर दिया है। सुष्मिता भी उन नेताओं में से एक हैं, जिनका ट्विटर अकाउंट राहुल गांधी के साथ निलंबित किया गया है।
सुष्मिता देव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में एक बार फिर बुजुर्ग बनाम युवा की सियासत शुरू हो गई है। एक तरफ युवा नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि पार्टी को इस पर मंथन करना होगा कि क्यों सुष्मिता देव जैसे युवा लोग उनको छोड़कर चले जा रहे हैं। वहीं कपिल सिब्बल ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा है कि युवा नेता कांग्रेस को छोड़कर जा रहे हैं और आरोप पुराने बुजुर्ग नेताओं पर लगते हैं।
इसी साल असम विधानसभा चुनाव के समय एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन में सीटों के बंटवारे से सुष्मिता देव बेहद नाराज हो गईं थी और उन्होंने पार्टी छोड़ने की धमकी दी थी। पिछले ही हफ्ते सुष्मिता देव असम कांग्रेस की नई टीम के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने गई थीं। यही नहीं उन्होंने दिल्ली एयरपोर्ट पर राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी जब राहुल श्रीनगर से लौट रहे थे.।
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल में शामिल होने के बाद सुष्मिता अब त्रिपुरा की पार्टी प्रभारी बन सकती हैं जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां टीएमसी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। असम राज्य से आने वाली और मूल रूप से बंगाली सुष्मिता देव के पिता स्वर्गीय संतोष मोहन देव पांच बार सिलचर सीट के अलावा दो बार त्रिपुरा पश्चिम सीट से भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।