भाजपा से राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गुरूवार को अपने ट्वीट में कहा कि दास के खिलाफ महाबलीपुरम के प्रमुख स्थान पर संपत्ति सौदे में मदद पहुंचाने से जुड़ा मामला लंबित है। स्वामी ने अपने ट्विटर हैंडल के फालोअर्स को जवाब में यह ट्विट किया। उन्होंने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल तथा दास को रिजर्व बैंक गवर्नर पद से दूर रखने तथा दास को उनके मूल कैडर तमिलनाडु भेजने की मांग की थी। इसके तुरंत बाद जेटली जो कि इस समय चीन में हैं, ने ट्विट किया, यह वित्त मंत्रालय के एक अनुशासित अधिकारी पर अनुचित व गलत हमला है। जेटली ने कल स्वामी के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम पर हमले का भी बचाव करने में अगुवाई की थी। उन्होंने इस बात पर क्षोभ जताया था कि राजनीतिज्ञ सरकार में बैठे लोगों पर किस हद तक आरोप लगा सकते हैं जबकि अधिकारी अनुशासन की वजह से प्रतिक्रिया नहीं दे सकता।
वित्त मंत्री एशियन इन्फ्रास्टर्क्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के गवर्नर बोर्ड की बैठक में भाग लेने चीन गए हुए हैं। स्वामी ने बुधवार को सुब्रह्मण्यम को बर्खास्त करने की मांग करके तहलका मचा दिया था। उनका कहना था कि वित्त मंत्रालय में आने से पहले सुब्रह्मण्यम ने वाशिंगटन में आईएमएफ का अर्थशास्त्री रहने के दौरान भारत विरोधी रुख अपनाया था। जेटली ने कल सुब्रमण्यम को बर्खास्त करने की स्वामी की मांग को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था, सरकार का सीईए में पूरा भरोसा है। समय-समय पर सरकार को उनकी तरफ से दी गई सलाह काफी मूल्यवान रही है। सुब्रह्मण्यम को भाजपा सरकार ने अक्तूबर 2014 में सीईए नियुक्त किया था जब उनके पूर्ववर्ती रघुराम राजन सितंबर 2013 में आरबीआई के गवर्नर बन गए थे।