गणेशन को मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजने को भारतीय जनता पार्टी का दक्षिण में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गणेशन का तामिलनाडु की राजनीति में बड़ा नाम है। 71 वर्षीय गणेशन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में प्रचारक भी रह चुके हैं और फिलहाल राज्य के पार्टी अध्यक्ष हैं। माना जाता है कि गणेशन मोदी के करीबी हैं और उनके आने से दक्षिण का मजबूती से प्रतिनिधित्व होगा।
तमिलनाडु में गणेशन की सामाजिक और राजनैतिक पकड़ बहुत मजबूत है। वह लोगों से आसानी से घुलते मिलते हैं। मोदी पोन राधाकृष्णन को एक मजबूत सहयोगी देना चाहते हैं, जो कि तमिलनाडु से अभी पार्टी के इकलौते सांसद हैं। पोन के कंधे पर ही अकेले तमिलनाडु का बोझ है। अब उम्मीद की जा रही है कि गणेशन के रूप में एक और सांसद होने से पार्टी को 2019 के चुनावों में आसानी होगी।