टीडीपी को केंद्र सरकार में बनाए रखने की भाजपा की कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं। पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान केंद्र में शामिल टीडीपी के दोनों मंत्रियों वाईएस चौधरी और अशोक गजपति राजू ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
Union Minister and TDP MP YS Choudhary's resignation letter to PM Narendra Modi pic.twitter.com/qDeS2yHOfA
— ANI (@ANI) March 8, 2018
Aviation Minister and TDP MP Ashok Gajapathi Raju's resignation letter to PM Narendra Modi pic.twitter.com/DXFbagSzWs
— ANI (@ANI) March 8, 2018
इस्तीफा देने वाले मंत्री वाई एस चौधरी ने कहा कि यह सही नहीं होगा कि हम पीएम से इन मुद्दों को डील करने की अपेक्षा करें। यह संबंधित मंत्रालयों का विषय है। पहले ही बहुत समय बीत चुका है।
साथ ही उन्होंने क8हा कि हम एनडीए के सहयोगी बने रहेंगे लेकिन मंत्री पद नहीं लेंगे।
I don't think it's fair on our part to expect PM to deal with these issues. It's for the concerned ministries to take up, already considerable amount of time has lapsed: YS Choudhary,TDP pic.twitter.com/tAt0Tu4iBs
— ANI (@ANI) March 8, 2018
We will continue to be a part of the NDA but not take up any ministerial positions.I don't think there is anything wrong in that: YS Choudhary. TDP MP
— ANI (@ANI) March 8, 2018
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने पीएम मोदी को केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे देने की वजह बताई। टीडीपी और भाजपा के बीच चल रही गहमागहमी के बीच नायडू और मोदी की बातचीत काफी अहम थी लेकिन अब बातचीत असफल मानी जा सकती है।
कयास लगाए जा रहे थे कि एनडीए और टीडीपी का तालमेल बना रहेगा। 2019 से ठीक पहले अलग एनडीए में बिखराव हुआ तो भाजपा को 2019 के चुनाव में खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। बता दें कि बुधवार को चंद्रबाबू नायडू ने दोनों मंत्रियों को इस्तीफा सौंपने का आदेश दिया था। इससे पहले गुरुवार को आंध्र सरकार में भाजपा के मंत्रियों डॉ. के. श्रीनिवास और पी.एम. राव ने अपने इस्तीफे दे दिए।