दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के नतीजे आने के बाद सियासी आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत से जहां कांग्रेस उत्साहित है। वहीं भाजपा पर चुनाव को प्रभावित करने और धांधली करने के आरोप भी लगा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। माकन ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है जब विश्विद्यालय स्तर के चुनाव को जीतने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा पूरी मशीनरी लगा दी गई हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 सितंबर को इसीलिए छात्रों को संबोधित किया था ताकि उन पर प्रभाव डाला जा सके। लेकिन छात्रों ने राहुल गांधी को सुना।
11th Sept- Modi interacted with students!
12th Sept- Rahul interacted with students!
13th Sept- #NSUIwinsDUSUhttps://t.co/IoNUBrUY0n
— Ajay Maken (@ajaymaken) 13 September 2017
माकन का कहना है कि नामांकन से लेकर मतगणना तक भाजपा ने इस चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि नामांकन के लिए जहां उन्हें कोर्ट जाना पड़ा वहीं संयुक्त सचिव के पद के लिए भी मतगणना में गड़बड़ियां हुईं।
Look at how the BJP Govt at the highest level, unsuccessfully tried to influence the DUSU!#NSUIwinsDusu pic.twitter.com/95lzbvgGW4
— Ajay Maken (@ajaymaken) 13 September 2017
वहीं कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने संयुक्त सचिव पद को लेकर न्यायालय जाने की बात कही। हुड्डा ने कहा कि एनएसयूआई ने तीन सीटें जीती थीं लेकिन एबीवीपी ने असंवैधानिक रूप से वोटों में गड़बड़ियां कीं। इसे लेकर वे अदालत के पास जाएंगे।
Had won 3 seats but recounting of votes shows ABVP's unconstitutional face. Will go to judiciary: Deepender Hooda,Congress #DUSUelection2017 pic.twitter.com/ap4yuIk65y
— ANI (@ANI) 13 September 2017
गौरतलब है कि बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के नतीजे आए, जिसमें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई को सफलता मिली वहीं सचिव और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया। बता दें कि पहले संयुक्त सचिव पद पर भी एनएसयूआई की जीत बताई जा रही थी लेकिन एबीवीपी की ओर से दोबारा मतगणना करवाए जाने के बाद नतीजा एबीवीपी के पाले में आ गया।