उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज यानी मंगलवार से शुरू हो रहा है। यह दिन विधानसभा के इतिहास में खास है क्योंकि यूपी विधानसभा अब देश की पहली विधानसभा होगी जो अनुवादक की सुविधा से लैस होगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके लिए व्यवस्था सत्तारूढ़ समिति के समक्ष प्रस्तावित की जाएगी और सदन द्वारा अनुमोदन के बाद इसे लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेलखंड और अंग्रेजी के अनुवाद पूर्वाभ्यास की समीक्षा की। आज से शुरू हो रहे सत्र में प्रयागराज भगदड़ और संभल हिंसा पर चर्चा होने की उम्मीद है।
सर्वदलीय बैठक से पहले सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में कार्यसमिति की बैठक हुई थी, जिसमें आज से पांच मार्च तक चलने वाले बजट सत्र के प्रस्तावित कार्यक्रम को भी मंजूरी दी गई।
निर्णय लिया गया कि बजट सत्र 18 फरवरी 2025 को प्रातः 11 बजे विधानमण्डल की संयुक्त बैठक में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ प्रारम्भ होगा।
इस दौरान दोनों सदनों के लोग मौजूद रहेंगे। 19 फरवरी से 21 फरवरी तक सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे।
इस बीच, सरकार अगले वित्त वर्ष (2025-26) के लिए 20 फरवरी को सुबह 11 बजे बजट पेश करेगी। यूपी का बजट करीब साढ़े सात लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
24, 25, 27 और 28 फरवरी को सदन में बजट पर चर्चा होगी। इसी प्रकार 3, 4 और 5 मार्च को विधानसभा में बजट अनुदान मांगों पर चर्चा होगी।
पांच मार्च को सरकार अगले वित्तीय वर्ष का बजट सदन में पारित कराएगी। कार्यसमिति की बैठक में सत्र के दौरान दो अध्यादेश (उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं संशोधन) अध्यादेश 2025 और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) अध्यादेश 2025) रखे जाने पर सहमति बनी है।