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14 जुलाई को फिर मिलेंगे विपक्षी दल, शिमला की जगह जयपुर में लग सकता है नेताओं का जमावड़ा

लोकसभा चुनाव 2024 के दृष्टिगत भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सामने कड़ी टक्कर पेश...
14 जुलाई को फिर मिलेंगे विपक्षी दल, शिमला की जगह जयपुर में लग सकता है नेताओं का जमावड़ा

लोकसभा चुनाव 2024 के दृष्टिगत भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सामने कड़ी टक्कर पेश करने की मंशा के साथ कई विपक्षी दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने की योजना बना रहे हैं। पिछले दिनों, पटना में हुई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक के बाद अब अगली बैठक को लेकर चर्चाएं तेज हैं। बताया जा रहा है कि अगली बैठक शिमला में आयोजित की जा सकती है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि फिलहाल बैठक का स्थान शिमला है लेकिन यह बदलकर जयपुर भी हो सकता है।

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि विरोधी दलों की बैठक 14 जुलाई को होगी। फिलहाल वक्त तक, बैठक के शिमला, हिमाचल प्रदेश में होने की अत्यधिक उम्मीद है। लेकिन, अभी इसके जयपुर में होने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बैठक कहां होगी...इसे लेकर अंतिम निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है। मगर यह तय है कि इस बैठक की मेजबानी कांग्रेस पार्टी करने वाली है।

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">The meeting of opposition parties will be held on July 14. As of now, the venue of the meeting is Shimla but it can change to Jaipur as well. Final decision regarding the venue yet to be taken. Congress will host the meet: Sources</p>&mdash; ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1674221016074309632?ref_src=twsrc%5Etfw">June 29, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

गौरतलब है कि, विगत 23 जून को बिहार के पटना में विपक्षी दलों की बैठक की अध्यक्षता राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। बैठक को संपन्न कराने में उनकी भूमिका भी अहम रही। इस बैठक में 15 से भी अधिक दलों के नेताओं ने भाग लिया था, जिसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कई दल शामिल थे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 2024 लोकसभा चुनावों से पहले पूरे विपक्ष को एकजुट करना था। बैठक के उपरांत बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे सभी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बाकी की चर्चाएं आगामी जुलाई में प्रस्तावित एक और बैठक में की जाएंगी। बता दें कि विपक्षी खेमे में सुझाव दिया गया है कि प्रत्येक राज्य में वहां की सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी को लड़ाई का नेतृत्व करना चाहिए।

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