केन्द्र की भाजपा सरकार और बसपा के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार की हार और भाजपा प्रत्याशी की जीत के बाद सियासी हमले का सिलसिला और तेज हो गया है।
मायावती ने सोमवार को कहा कि भाजपा ने अपने शासनकाल में विशेषकर दलितों के लिए सिर्फ नाटक किया है। मोदी जी ने मन की बात में बीआर आम्बेडकर के बारे में बात की थी लेकिन उनकी मानसिकता बाबा साहेब के लिए बिल्कुल विपरीत थी। यही कारण है कि बीजेपी आरएसएस को पिछले दशकों में सत्ता से बाहर रखा गया था।
उन्होंने मोदी सरकार पर वार करते हए कहा कि वे अाम्बेडकर के नाम का जिक्र करते हैं लेकिन उन वर्गों से जुड़े लोगों का दमन करते हैं। यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि जब भीमराव अम्बेडकर (बसपा) को हराने के लिए भाजपा ने एक अतिरिक्त सीट पेश की। उन्होंने कहा कि बीएसपी-सपा स्वार्थ को पूरा करने के लिए नहीं बल्कि भाजपा के कुशासन के खिलाफ जनमत खड़ा करने के लिए एक साथ आए हैं।
They chant Ambedkar's name but oppress those belonging to the category. It's evident from the fact when Bhim Rao Ambedkar (BSP) was made to lose when BJP introduced an extra seat. BSP-SP didn't come together to fulfill selfish needs but to stand against BJP's misrule: Mayawati pic.twitter.com/H7CCRtbA95
— ANI UP (@ANINewsUP) March 26, 2018
बता दें कि फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा चुनाव में बसपा ने भाजपा को हराने के लिए समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था। इसके नतीजे भी उनके पक्ष में आए। पिछले दिनों हुए राज्यसभा चुनाव में सपा ने बसपा का साथ देते हुए अपने 10 सासंदों का समर्थन माया को सौंपा। यूपी विधानसभा में संख्याबल के लिहाज से भाजपा के 8 सपा के 1 उम्मीदवार को आसानी से राज्यसभा भेजा जा सकता था लेकिन बसपा के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं होने की वजह से वह अकेली राज्यसभा सदस्य चुनने में असमर्थ थी। किसी प्रत्याशी की जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत थी लेकिन बसपा के पास सिर्फ 19 विधायक थे। बहुजन समाज पार्टी ने भीमराव अांबेडकर को मैदान में उतारा। सपा ने 10 विधायकों का समर्थन दिया लेकिन इस बीच नरेश अग्रवाल के विधायक बेटे नितिन अग्रवाल के भाजपा में चले जाने से एक वोट का नुकसान हुआ है। इसके अलावा बसपा के मुख्तार अंसारी और सपा के हरिओम यादव जेल में हैं। हाईकोर्ट ने उनके राज्यसभा चुनाव में वोट डालने पर बैन लगा दिया है। बसपा विधायक अनिल सिंह ने भी भाजपा के फेवर में वोटिंग कर दी। ऐसे में अाबेडकर के पक्ष में बीएसपी के 17, सपा के 8, कांग्रेस के 7 यानी 32 विधायक ही हुए। लिहाजा इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार नितिन अग्रवाल सेकेंड प्रिफरेंस वोटिंग से जीत गए।