मानसून सत्र की बैठक घटाए जाने पर सांसद और तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्र की एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, ‘मोदी सरकार संसद को लेकर कभी गंभीर नहीं रही।‘
बॉयन ने कहा कि सरकार ने संसद के मानसून सत्र की तारीखों की घोषणा की। सत्र 18 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगा। यानी केवल सत्र की 18 बैठकें ही होंगी। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय 2010 और 2011 के मुकाबले आगामी मानसून सत्र में कामकाजी दिवसों की संख्या कम कर दी गयी है। तब मानसून सत्र 26 दिनों तक चला था। सरकारी कामकाज के लिए दिवसों की संख्या एक हफ्ते कम कर दी है। इससे सरकार की गंभीरता का पता चलता है।
सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने मानसून सत्र की तारीखों की घोषणा की है। इस बार सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। इस सरकार का यह आखिरी मानसून सत्र है और इसके बाद शीत सत्र बजट सत्र ही रह जाएंगे। सरकार के पास समय की कमी है तो सरकार की कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा विधेयक इस सत्र में पारित कराए जा सकें।