कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने शनिवार को कहा कि जो लोग वी डी सावरकर पर टिप्पणी के लिए पार्टी नेता राहुल गांधी की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हिंदुत्व विचारक को अंग्रेजों से 60 रुपये की पेंशन क्यों मिलती थी।
गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के महाराष्ट्र चरण के दौरान इस सप्ताह की शुरुआत में सावरकर पर टिप्पणी की थी जिसको लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। उन्होंने दावा किया था कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और भय के चलते उन्हें दया याचिका लिखी थी।
सावरकर पर टिप्पणी को लेकर गांधी की आलोचना और शिवसेना के इस रुख के बारे में पूछे जाने पर कि ऐसी टिप्पणी से महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन प्रभावित होगा, पटोले ने कहा कि जिन लोगों ने राहुल गांधी की सावरकर पर उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना की, उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि उन्हें अंग्रेजों से 60 रुपये की पेंशन क्यों मिलती थी।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को महाराष्ट्र में जबरदस्त समर्थन मिला है और कांग्रेस एकजुट एवं ऊर्जावान है। पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी एक वैचारिक चर्चा चाहती है और वह लोगों को एकजुट करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अहिंसा में विश्वास करती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी 19 नवंबर को ‘किसान विजय दिवस' के रूप में मना रही है क्योंकि पिछले साल इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को विरोध के बाद वापस ले लिया गया था।
उन्होंने कहा कि 19 नवंबर एक ऐतिहासिक दिन है और हम इसे किसान विजय दिवस के रूप में मना रहे हैं। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में किसानों के कल्याण के लिए एकमात्र दीर्घकालिक समाधान सिंचाई सुविधाओं का उन्नयन है, जहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि महिला निर्वाचित प्रतिनिधि और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए।