झारखंड की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने गाय को लेकर बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं उन्हें गाय को माता मानना चाहिए। हालांकि दास ने जोर देकर कहा कि गाय बचाने की आड़ में हिंसा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गाय बचाने के नाम पर हाल में हुई हिंसक घटनाओं में पशु तस्कर शामिल हो सकते हैं। दास ने कहा, पूरा संघ परिवार गाय बचाने के मुद्दे को लेकर एकमत है। जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को अपनी मां की तरह समझना चाहिए। गौहत्या और गायों की गिनती के मुद्दे पर संघ परिवार के साथ मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर दास ने कहा, संघ परिवार इस मुद्दे पर एकजुट है। गाय हमारी माता है। जो लोग भारत में रहते हैं और भारतीय हैं, जो लोग भारत को अपना देश कहते हैं, उनके लिए गाय उनकी माता की तरह है। दास ने गौरक्षा के नाम पर हाल में हुई घटनाओं से उपजे विवाद के बीच यह प्रतिक्रिया दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह अगस्त को गौ-रक्षकों पर अपना रोष व्यक्त करते हुए कहा था कि इस तरह के समाज विरोधी तत्व रात को अपराधों में लिप्त रहते हैं और दिन में गौरक्षक बनने का ढोंग करते हैं। दास ने कहा, इस मुद्दे पर हमारे प्रधानमंत्री ने जो भी कहा है, वह सही है। आप किसी भी धर्म, जाति के हों, लेकिन गाय हमारी माता है और हमें गायों की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन गौरक्षा के नाम पर यदि कोई हिंसा करता है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करता हूं कि जो लोग पशु तस्करी में लिप्त हैं, वही इस प्रकार के अपराध करते हैं, इस बात की जांच की जानी चाहिए। मोदी की टिप्पणी पर विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने गौरक्षकों को समाज विरोधी कहकर उनका अपमान किया है।