बुधवार को कांग्रेस द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत के बाद, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उनके शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आरोप लगाया कि भाजपा शासित असम और उत्तर प्रदेश में संविधान की हत्या की गई है।
एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, "भाजपा शासित असम और उत्तर प्रदेश में फिर से लोकतंत्र और संविधान की हत्या की गई है। कांग्रेस पार्टी देशभर में बाबासाहेब और संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रही है। इस दौरान अत्यधिक पुलिस बल के कारण गुवाहाटी में हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता मृदुल इस्लाम और लखनऊ में प्रभात पांडे की मौत बेहद दुखद और निंदनीय है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं उनके शोक संतप्त प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। इन परिवारों को पूरा न्याय मिलना चाहिए। कांग्रेस का शेर सच्चाई और संविधान के लिए लड़ता रहेगा।"
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जम्मू, चंडीगढ़, गुवाहाटी और पटना में राजभवनों तक मार्च सहित देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शनों का उद्देश्य केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बी.आर. अंबेडकर पर की गई टिप्पणी, मणिपुर में चल रहे संकट, अडानी विवाद पर कथित निष्क्रियता और जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर चिंता जताना था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के पास बुधवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया कि यह मौत "पुलिस की बर्बरता" के कारण हुई।
हुसैनगंज थाने में बीएनएस की धारा 103 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान 28 वर्षीय प्रभात पांडे के रूप में हुई है।
पीड़ित के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रभात पांडे को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। परिवार के सदस्यों ने शिकायत में इस बात से इनकार किया है कि युवक को पहले से कोई बीमारी थी।
डीसीपी सेंट्रल लखनऊ रवीना त्यागी ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार प्रथम दृष्टया प्रभात पांडे पर चोट के कोई निशान नहीं हैं।
रवीना त्यागी ने बताया, "आज शाम करीब 5 बजे गोरखपुर निवासी प्रभात पांडे पुत्र दीपक पांडे, उम्र 28 वर्ष को कांग्रेस कार्यालय से अचेत अवस्था में सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार प्रथम दृष्टया उस पर चोट के कोई निशान नहीं हैं।"