कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर के चुनावी कदम से केरल कांग्रेस के नेता खुश नहीं हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और वडकारा के सांसद मुरलीधरन ने कहा हम उन्हीं को वोट देंगे जो नेहरू परिवार की प्रमुखता को पहचानते हैं। केरल से थरूर के दो लोकसभा सहयोगी कोडिकुन्निल सुरेश और के मुरलीधरन ने यह स्पष्ट किया कि राज्य इकाई चाहती है कि राहुल गांधी पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन हों।
सुरेश ने संवाददाताओं से कहा, "अगर वह पद संभालने के इच्छुक नहीं हैं, तो एआईसीसी को स्वीकार्य और अधिकांश नेताओं और कार्यकर्ताओं की पसंद का व्यक्ति उस पद आना चाहिए। सात बार के लोकसभा सदस्य सुरेश और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि "जहां तक थरूर की उम्मीदवारी का सवाल है तो चुनाव लड़ने का फैसला उन्होंने खुद लिया और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इस संबंध में पार्टी स्तर पर कोई विचार-विमर्श किया है या नहीं।"
लोकसभा में मवेलिकारा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सुरेश ने कहा, "मुझे लगता है कि थरूर के चुनाव से पार्टी में कोई संकट नहीं पैदा होगा।" इस बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता और वडकारा के सांसद मुरलीधरन ने कहा कि राज्य की पार्टी केवल उन्हीं को वोट देगी जो नेहरू परिवार की प्रमुखता को पहचानते हैं।
केपीसीसी के पूर्व प्रमुख ने कहा, "हम सभी चाहते हैं की राहुल गांधी आकर पद ग्रहण करें। लेकिन, यह उनके ऊपर है कि वह इस पद को स्वीकार करेंगे या नहीं।" उन्होंने आगे कहा कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बारे में स्पष्टता 30 सितंबर को पता चल सकती है। दो दशक बाद कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए प्रतियोगिता देखने को मिल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, थरूर ने सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की और आगामी एआईसीसी अध्यक्ष चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी। आगामी चुनाव निश्चित रूप से ऐतिहासिक होंगे क्योंकि नए अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह लेंगे, जो सबसे लंबे समय तक पार्टी की प्रमुख हैं। जो 1998 के बाद से पार्टी प्रमुख हैं। 2017 और 2019 के बीच के दो वर्षों के लिए राहुल गांधी ने अध्यक्ष बने थे।
अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से 30 सितंबर तक होगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। यदि आवश्यक हुआ तो चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। परिणाम 19 अक्टूबर को आएंगे।