यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए विपक्ष पर सत्तारूढ़ बीजेपी के हमले तेज हो गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी को निशाने पर लिया। उऩ्होंने ओवैसी को समाजवादी पार्टी का 'एजेंट' करार देते हुए सीएए के नाम पर फिर से राज्य में दंगे भड़काने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चचाजान और अब्बाजान के अनुयायी सुन लें अगर माहौल खराब हुआ तो सरकार उनसे सख्ती से निपटेगी।
कानपुर में जिला मुख्यालय कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर 'बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन' को संबोधित करते हुए, योगी आदित्यनाथ ने कहा, "पहले राज्य में हर तीसरे या चौथे दिन दंगे होते थे, लेकिन अब उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त की पहचान है। इस अवसर पर मैं 'चाचा जान' (ओवैसी) और 'अब्बा जान' (मुलायम) के अनुयायियों को ध्यान से सुनने के लिए कहूंगा - अगर आप राज्य की भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करते हैं, तो सरकार जाने कैसे इससे सख्ती से निपटने के लिए।"
उन्होंने कहा कि ओवैसी समाजवादी पार्टी (सपा) का एजेंट बनकर लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि अब सरकार दंगों का समर्थन नहीं कर रही है, बल्कि सरकार अब माफियाओं पर बुलडोजर चलाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवारवाद, जातिवाद और वंशवादी सोच के लोगों ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते क्षेत्र के विकास को बाधित किया।
इससे पहले, असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की थी कि केंद्र की मोदी सरकार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) कानून को उसी तरह वापस लेना चाहिए जैसे उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लिया था। उन्होंने कहा था,"अगर सरकार एनपीआर और सीएए कानून लाती है, तो हम एक और नया 'शाहीन बाग' बनाएंगे।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोग नए नए चेहरे को लेकर आ रहे हैं ऐसे में बीजेपी के सभी कार्यकर्ता अपने बूथ को मजबूत करने में जुट जाएं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि बूथ जीता तो चुनाव जीता इसलिए आप सभी पूरी तरह से तैयार रहें।