उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि राज्य का बजट 2025-26 'सर्वे भवन्तु सुखिनः' के सिद्धांतों के अनुरूप है और भारत की सनातन संस्कृति को समर्पित है।
उन्होंने बजट पेश करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 26 का बजट बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह भारतीय संविधान के कार्यान्वयन और जनवरी 1950 में उत्तर प्रदेश की स्थापना के अमृत महोत्सव का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, "2025-26 का यह बजट ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा को मूर्त रूप देता है, जो भारत की सनातन संस्कृति को समर्पित है।"
आदित्यनाथ ने कहा, "यह युवाओं, महिलाओं और किसानों के उत्थान पर केंद्रित है, तथा इसका स्पष्ट दृष्टिकोण समाज के वंचित वर्गों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता से प्रेरित है।"
योगी ने भारतीय संविधान के निर्माता बी आर अंबेडकर को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा, "75 वर्षों की शानदार यात्रा के साथ, यह एक महत्वपूर्ण बजट है जो राज्य के भविष्य का रोडमैप तैयार करता है तथा अगले 25 वर्षों के लिए योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करता है।"
उन्होंने कहा, "इस अवसर पर मैं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके नाम पर हमारी डबल इंजन सरकार लखनऊ में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना कर रही है। यह केंद्र संविधान में निहित वंचितों को प्राथमिकता देने के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रकाश स्तंभ के रूप में काम करेगा।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि नव स्थापित केंद्र अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने और उत्तर प्रदेश में संवैधानिक भावना को लागू करने के लिए एक मंच तैयार करने में एक महत्वपूर्ण संस्थान होगा।
उन्होंने आगे कहा कि 2025-26 का बजट इन आदर्शों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जो सामाजिक समानता और सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य के भविष्य के विकास के लिए मंच तैयार करता है। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने गुरुवार को 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया।