उत्तर प्रदेश में लगातार सक्रिय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गन्ना किसानों के बहाने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि गन्ना किसानों के परिवार दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन यूपी सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती है। उन्होंने कहा कि यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं है। प्रियंका के इस हमले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी पलटवार किया है।
योगी ने पुरानी सरकारों को ठहराया जिम्मेदारी
योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों की बदहाली के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की पुरानी सरकारों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जब से (मार्च 2017) सत्ता में आई है, हमने लंबित 57,800 करोड़ का गन्ना बकाया भुगतान किया है। योगी ने कहा कि ये रकम कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है, लेकिन पिछली सपा-बसपा सरकारों ने गन्ना किसानों के लिए कुछ नहीं किया जिससे किसान भुखमरी का शिकार हो रहा था।
ट्वीट कर दिया जवाब
योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों के भुगतान का सवाल उठाने वाली प्रियंका गांधी को बिना नाम लिए जवाब देते हुए ट्वीट किया कि किसानों के ये 'तथाकथित' हितैषी तब कहां थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? योगी ने बताया कि प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है, किसान अब खुशहाल हैं जबकि प्रियंका गांधी का कहना है कि भुगतान न होने से किसानों की जिंदगी रुक जाती है।
'चौकीदार अमीरों की ड्यूटी करते हैं'
उन्होंने एक खबर का हवाला दिया है, जिसमें गन्ना किसानों का बकाया 10 करोड़ के पार चले जाने की जानकारी दी गई है। इस खबर को ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ के दावों पर चोट की और कहा कि किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सबकुछ ठप्प हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें कोई फिक्र नहीं है।