उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले बीजेपी में सियासी हलचल तेज हो गई है। खासतौर से बीजेपी खेमे में ऐसी चर्चा है कि पार्टी का एक खेमा पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाए जाने से नाराज है, हालांकि बीजेपी विधायक इस बात को नकार रहे हैं। अटकलें तो ऐसी भी थीं कि सतपाल महाराज दिल्ली पहुंचे थे, उनके साथ 35 विधायक हैं जो इस्तीफा देने को तैयार हैं। वहीं, धामी ने रविवार सुबह पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की है।
दूसरी तरफ पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नाराज नेताओं में सतपाल महाराज का ही नाम था। बीजेपी से जुड़े कुछ और वरिष्ठ नेता भी इस निर्णय से स्वयं को असहज पा रहे हैं। कई वरिष्ठ मंत्री नए मुख्यमंत्री के अधीन मंत्री बनने से भी स्वयं को असहज बताए जा रहे हैं। सियासी हलचल के बीच प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिश के घर पर लगातार बैठकों का दौर जारी है।
धामी ने ट्वीट कर तीरथ सिंह और त्रिवेंद्र सिंह से मुलाकात की जानकारी दी। सबसे पहले वो तीरथ सिंह रावत से मिले।पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा, "आज उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय तीरथ सिंह रावत जी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद व मार्गदर्शन प्राप्त कर कृतार्थ हुआ।" इसके बाद वो त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिले. धामी ने कहा, "उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय श्री तीरथ सिंह रावत जी का आशीर्वाद व मार्गदर्शन प्राप्त करने हेतु मुलाकात की।"
बता दें कि पुष्कर सिंह धामी आज शाम पांच बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। देहरादून में शनिवार को हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में धामी के नाम पर मुहर लगी। फिर वो राजभवन पहुंचे और राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। धामी खटीमा से दो बार विधायक रह चुके हैं। उनका जन्म पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ था। वो बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और कॉलेज के दिनों में ही एबीवीपी से जुड़े।
वहीं, सीएम बदलने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के अंदर राजनीतिक अस्थिरता फैलाने का काम किया है और लोगों के घाव पर मरहम की जगह नमक छिड़क दिया है।