देहरादून। आजकल हरीश रावत कांग्रेस के बागियों को उज्याड़ बैल लिख रहे हैं और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र की इन पर नियंत्रण के लिए तारीफ भी कर रहे हैं। इससे अपने बेबाक तेवरों के लिए मशहूर काबीना मंत्री हरक सिंह रावत भड़क गए हैं। उनका कहना है कि ये वही हरीश रावत हैं तो त्रिवेंद्र को ढेंचा बीज घोटाले में जेल भेजना चाहते थे। मैंने किसी तरह से त्रिवेंद्र को बचाया।
कांग्रेसी दिग्गज हरदा इन दिनों सोशल मीडिया में खासे सक्रिय हैं। 2017 में कांग्रेस से बगावत करके भाजपा में गए विधायकों के बारे में वे बेहद तल्ख टिप्पणी कर रहे हैं। हरदा इशारों में उन्हें उज्याड़ बैल (खड़ी फसल को उजाड़ने वाला बैल) लिख रहे हैं। साथ ही वे त्रिवेंद्र सिंह रावत की यह कहकर जमकर तारीफ कर रहे हैं कि उन्होंने इन उज्याड़ बैलों को पूरी तरह से नियंत्रण में रखा था।
हरदा के इस रूख पर काबीना मंत्री हरक सिंह रावत अपने अंदाज में टिप्पणी कर रहे हैं। हरक ने कहा कि आज जिन त्रिवेंद्र की तारीफ कर रहे हैं, उन्हीं त्रिवेंद्र को हरीश रावत सीएम रहते ढेंचा बीज घोटाले में जेल भेजना चाहते थे। हरक ने मीडिया से कहा कि हरीश रावत ने ढेंचा बीज घोटाले की फाइल उस समय मंगाई थी, जब वो एम्स दिल्ली में भर्ती थे। लेकिन उन्होंने फाइल पर दो पेज की टिप्पणी त्रिवेंद्र के पक्ष में लिखी थी। एयरपोर्ट उन्होंने यह नोटिंग भगत सिंह कोश्यारी और अजय भट्ट को भी दिखाई थी।
हरक कहते हैं कि इस नोटिंग को देखकर हरीश रावत ने कहा कि तुम सांप को दूध पिला रहे हो। उस वक्त अगर मैंने त्रिवेंद्र को न बचाया होता तो हरीश ने मुकदमा कायम करा ही दिया था। अगर मुकदमा कायम हो गया होता तो क्या भ्रष्टाचारी त्रिवेंद्र कभी मुख्यमंत्री बन पाता। हरक का यह बयान सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। हरक सिंह रावत की इस भड़ास से ढेंचा बीज घोटाले का जिन्न एक बार बोतल से बाहर आता दिख रहा है।