17वीं लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे बाबा विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल में पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं के आदेश का पालन करता हूं। कार्यकर्ताओं का आदेश सिर माथे पर। काशी ने दुनिया को प्रभावित किया। वाराणसी सीट से दूसरी बार मिली जीत के बाद मोदी का यह पहला दौरा है। नामांकन के दौरान उन्होंने यहां रोड शो करके कहा था कि अब जीत के बाद धन्यवाद देने आऊंगा।
इस चुनाव में जब कार्यकर्ताओं के साथ मेरा मिलना हुआ था तो उस दिन मैंने कहा था कि यहां पर शायद नामांकन तो एक नरेन्द्र मोदी का हुआ होगा, लेकिन ये चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा, हर गली का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा। काशी में समर्थकों के लिए ये चुनाव हार-जीत का मुद्दा नहीं, बल्कि लोकशिक्षा, लोकसमर्पण का पर्व था।
राजनीतिक पंडित कहते हैं कि भाजपा हिंदीभाषी क्षेत्रों की पार्टी है। कर्नाटक में हमारी सबसे ज्यादा सीटें हैं, फिर भी हम हिंदीभाषी क्षेत्र की पार्टी हैं? हम सालों से गोवा, नॉर्थ ईस्ट, असम और लद्दाख में सरकार चला रहे हैं फिर भी हम हिंदीभाषी क्षेत्रों की पार्टी हैं?
मतदान के दिन काशी आना चाहता था: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में कहा कि यहां के कार्यकर्ताओं ने मुझे कहा था कि आप निश्चिंत रहिए और जीत के बाद ही आइए, इसलिए मैं 19 को मतदान के दिन यहां नहीं आया। मुझे लगा कार्यकर्ताओं ने आदेश दिया है शायद एंट्री नहीं मिले इसलिए इस बाबा की जगह मैं केदारनाथ बाबा के पास चला गया।
‘यूपी में जीत की हैट्रिक लगी’
यूपी देश की राजनीति को दिशा दे रहा है। यूपी में जीत की हैट्रिक लगी, 2014 हो, 2017 हो या 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुले। उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है।
काशी की बेटियों ने निकाली स्कूटी यात्रा
काशी की बेटियों ने स्कूटी यात्रा निकाली। बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी पूरे देश में और सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है, स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बैठा लिया था।
इस चुनाव को लोगों ने जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला
काशी में हर एक मोदी चुनाव लड़ रहे थे। काशी के कार्यकर्ता ही नरेंद्र मोदी बन गए। लेकिन ये चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा, हर गली का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा। काशी की हर गली से कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे थे। काशी ने विश्वास दिखाया। मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।
अमित शाह ने जमकर की मोदी की तारीफ
वाराणसी में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि यहां की जनता भाग्यशाली है क्योंकि मोदी यहां के जनप्रतिनिधि हैं, उनका लक्ष्य यहां का विकास करना है। व्यस्त होने के बाद भी उन्होंने काशी को बदला। काशी विश्व का सबसे पुराना शहर। काशी की जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा किया। पांच साल में काशी बहुत बदल गई। मोदी ने काशी का विकास किया है।
काशी के विकास का अगला चरण आने वाला है। यूपी में जात-पात की राजनीति खत्म हुई। यूपी में विकास के बल पर चुनाव जीते। घोषणापत्र में यूपी के विकास का जोर था। रोड शो के बाद चुनाव परिणाम का पता चला था।
योगी ने फिर दोहराया- मोदी है तो मुमकिन है
काशी के दीनदयाल हस्तकला संकुल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। इस सभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनाव से पहले लोग महागठबंधन बनाकर बीजेपी को रोकने में लगे थे, लेकिन बीजेपी ने महाविजय हासिल की। हम पहले ही कह रहे थे मोदी है तो मुमकिन है।
शनिवार को मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बताया था, ‘मां से आशीर्वाद लेने के लिए कल शाम गुजरात जाऊंगा। मुझ पर पुन: विश्वास जताने के लिए परसों मैं काशी की महान भूमि के लोगों का आभार जताने वहां जाऊंगा।' अपनी वाराणसी यात्रा के लिए प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से हेलिकॉप्टर से पुलिस लाइन मैदान, फिर काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर रवाना हुए। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी थे। इससे पहले 8 मार्च को मोदी ने विश्वनाथ कॉरिडोर के शिलान्यास के दौरान यहां पूजा की थी।
जीत के बाद पीएम मोदी का पहला वाराणसी दौरा
वाराणसी से लोकसभा चुनाव 4.79 लाख वोटों के अंतर से जीतने के बाद मोदी की अपने निर्वाचन क्षेत्र की यह पहली यात्रा है। उन्होंने न केवल अपनी सीट बचाए रखी बल्कि उन्होंने जीत का अंतर भी 2014 के चुनाव की तुलना में करीब एक लाख वोट बढ़ा लिए। 19 मई के मतदान से पहले एक वीडियो संदेश में मोदी ने अपने आप को ‘काशीवासी' बताया था और इस नगरी को अपना मार्गदर्शक कहा था।
लालपुर में करेंगे कार्यकर्ताओं से संवाद
मंदिर में पूजा के बाद प्रधानमंत्री मोदी वापस पुलिस लाइन और फिर वहां से लालपुर स्थित बुनकर हस्तकला संकुल के लिए सड़क मार्ग से रवाना होंगे। संकुल में भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। दोपहर में दिल्ली रवाना हो जाएंगे। 2014 में वाराणसी से चुनाव जीतने के बाद मोदी यहां 21वीं बार आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए अलग-अलग नेताओं ने करीब सात क्विंटल गुलाब और अन्य फूलों का ऑर्डर दिया है।
इस बार ज्यादा बड़ी जीत मिली
वाराणसी संसदीय क्षेत्र में मोदी को पिछली बार की तुलना में इस बार 1 लाख 7 हजार 721 वोट ज्यादा मिले हैं। 2014 में मोदी 3 लाख 71 हजार 784 वोटों से जीते थे। इस बार यह अंतर 4 लाख 79 हजार 505 वोट रहा। गठबंधन प्रत्याशी शालिनी यादव दूसरे और कांग्रेस से अजय राय तीसरे नंबर पर रहे।
मां से मिले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपनी मां हीराबेन से मिले और उनका आशीर्वाद लिया। वह गांधीनगर के समीप रायसान गांव में वृंदावन बंगला में अपने छोटे बेटे और प्रधानमंत्री के छोटे भाई पंकज के साथ रहती हैं। प्रधानमंत्री के तौर पर दूसरे कार्यकाल के लिए 30 मई के अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले मोदी यहां पहुंचे और उन्होंने शाम को खानपुर के जेपी चौक इलाके में एक अभिनंदन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मोदी अपनी मां के पास करीब 20 मिनट तक रूके और उन्होंने चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया।
30 मई को होगा शपथ
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को राष्ट्रपति भवन में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। उनके बाद मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। राष्ट्रपति भवन ने रविवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।' गौरतलब है कि राष्ट्रपति ने शनिवार को भाजपा और एनडी संसदीय दल नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नामित करते हुए केंद्र में नयी सरकार बनाने का न्यौता दिया था।