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भाजपा नेता खुद बारां जिला क्यों नहीं जाते: अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के बारां जिले में दो नाबालिग बहनों से कथित दुष्कर्म को...
भाजपा नेता खुद बारां जिला क्यों नहीं जाते: अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के बारां जिले में दो नाबालिग बहनों से कथित दुष्कर्म को लेकर मुख्य विपक्ष दल पर निशाना साधा और कहा कि वे खुद वहां जाकर हकीकत से रूबरू क्यों नहीं होते।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं को बारां का दौरा नहीं करने के लिए राहुल व प्रियंका गांधी पर सवाल उठाने के बजाय, खुद वहां जाकर हकीकत जाननी चाहिए।' उल्लेखनीय है कि राज्य के बारां शहर की दो नाबालिग बहनें 19 सितंबर को घर से गायब हो गयीं थी, जिन्हें 22 सितंबर को कोटा से बरामद किया गया। बयान आदि दर्ज करने के बाद इन बालिकाओं को उनके परिजनों को सौंप दिया गया।

पुलिस के अनुसार, दोनों लड़कियों ने अपने 164 के बयानों में किया स्पष्ट कि उनसे कोई दुष्कर्म नहीं हुआ। इन दोनों के चिकित्सकीय परीक्षण में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। मुख्य विपक्ष दल भाजपा इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साध रहा और सवाल उठा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी कांग्रेस शासित राजस्थान के बारां क्यों नहीं आते?

गहलोत ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा, 'राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हमारी बात व हमारी रिपोर्ट पर विश्वास करते हैं। यहां विपक्ष के नेता के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता जैसे अमित शाह व धर्मेंद्र प्रधान राज्य में बारां या किसी भी और जगह खुद क्यों नहीं जाते ताकि वहां की वास्तविकता जान सकें। हम उन्हें अनुमति देंगे और जरूरत पड़ने पर भाजपा नेताओं को पुलिस सुरक्षा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।' उन्होंने कहा, 'हम इसके लिए तैयार हैं। उन्हें वहां जाकर वास्तविकता जाननी चाहिए। हम न केवल उन्हें अनुमति देंगे, बल्कि जरूरत पड़ी तो पुलिस की सुरक्षा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। घटनाएं कहीं भी हो सकती है, लेकिन उस पर कार्रवाई करना एक बात है और लापरवाही दूसरी बात। हाथरस कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का एक नमूना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों को अपनी भूमिका निभानी चाहिए और राहुल गांधी व प्रियंका गांधी मुख्य विपक्ष दल के नेताओं के रूप में उत्तर प्रदेश के हाथरस जा रहे थे।

गहलोत ने कहा कि राजस्थान में विपक्षी भाजपा के नेता हालिया हिंसा के बाद डूंगरपुर जिले में गए और उन्हें अनुमति दी गयी और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गहलोत ने कहा,'जब छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो किसी को क्यों रोका जाएगा। भाजपा नेता डूंगरपुर गए और हमने उनको जाने और वहां की वास्तविकता देखने की अनुमति दी। लोकतंत्र में यह सामान्य बात है।'

गांधी जयंती पर सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर गहलोत ने संवाददाताओं से कहा,' हाथरस में जो भी हुआ वही बहुत शर्मनाक है। पीड़िता की मां बिलखती रही और अपने बेटी के अंतिम दर्शन कराने की गुहार करती रही लेकिन पुलिस ने उनको अनुमति नहीं दी और देर रात शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।'

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