पश्चिम बंगाल की राजनीति में अब 'बड़ा खेला' होने की अटकलें तेज है। बंगाल के दिग्गज नेता मुकुल रॉय की वापसी के बाद से ही कहा जा रहा है कि बड़ी तादाद में भाजपा से लोग तृणमूल आएंगे। वहीं उनके बेटे शुभ्रांग्शु रॉय ने भी इसे लेकर अहम बयान दिया है।
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, मुकुल रॉय लगातार भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। साथ ही उन लोगों से भी संपर्क कर रहे हैं, जिन्हें वे 4 साल भाजपा में रहते हुए टीएमसी से लाए थे।
सूत्रों के अनुसार रॉय स्वयं मानते हैं कि वे भाजपा नेताओं से फोन पर बात कर रहे हैं। 2017 में तृणमूल से भाजपा में जाने वाले मुकुल रॉय अपने बेटे शुभ्रांग्शु के साथ टीएमसी में वापस लौट आए थे। ममता बनर्जी ने उनकी वापसी पर कहा था कि मुकुल को पार्टी में बड़ी भूमिका दी जाएगी।
वहीं शुभ्रांग्शु ने कहा कि भाजपा के कम से कम 20 से 25 विधायक और 2 सांसद टीएमसी में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भाजपा ने विधानसभा चुनाव के बाद किया, अब उसका जवाब देने का समय है।
शुभ्रांग्शु ने भाजपा में रहने की बात पर कहा, 'मेरे पिता तब दबाव में थे। इस दबाव का असर उनके स्वास्थ्य पर देखा जा सकता था। उन्होंने विधानसभा चुनाव प्रचार में भाग नहीं लिया, जबकि वे पहले ऐसा करते रहे थे। उन्होंने एक दिन मुझसे पूछा कि क्या तुम बीजापुर विधानसभा सीट से जीतोगे। उस दिन वो बेहद उदास थे।'
हालांकि दूसरी ओर बीजेपी अब टूट से बचने का उपाय कर रही है। मुकुल रॉय के टीएमसी में जाने के बाद से ही भाजपा की नजर अपने नेताओं और विधायकों पर है। भाजपा का प्रयास है कि वो अपने नेताओं को पार्टी में ही रखे इसलिए ऐसे नेताओं पर नजर रखी जा रही है, जो पार्टी के कार्यक्रमों से अपनी दूरी बना रहे हैं। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की उपस्थिति में राजभवन में 25 विधायकों की गैरमौजूदगी को भी भाजपा ने काफी गंभीरता से लिया है।