देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी से आम जनता पर महंगाई की भारी मार पड़ रही है। इस बीच जब इस मुद्दे पर योग गुरू बाबा रामदेव से एक पत्रकार ने सवाल किया गया तो वह थोड़े असहज और मीडिया के कैमरे के सामने अपना आपा खोते हुए नजर आए। इस दौरान वह पत्रकार पर भड़क गए और उसे धमकाते हुए नजर आए।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान एक पत्रकार ने जब योग गुरू रामदेव से मीडिया में उनके एक बयान के बारे में सवाल किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को ऐसी सरकार पर विचार करना चाहिए जो 40 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और 300 रुपये प्रति सिलेंडर पर रसोई गैस सुनिश्चित कर सके।
पत्रकार के सवाल पर रामदेव ने कहा, ''हां, मैंने कहा था, आप क्या कर सकते हो? ऐसे प्रश्न मत पूछो। क्या मैं तेरे प्रश्नों का उत्तर देने के लिए कोई ठेकेदार है, तू जो भी पूछे और मैं उसका उत्तर दूं। जब पत्रकार ने फिर से सवाल किया और कहा कि आपने सभी टीवी चैनलों में ऐसी बाइट दी थी, तो रामदेव ने पत्रकार की ओर इशारा करते हुए कहा, "मैंने दी थी और अब नहीं देता। कर ले, क्या करेगा, चुप हो जा..अब आगे से पूछेगा तो ठीक नहीं। एक बार बोल दिया न.. बस। इतनी ज्य़ादा उदंडता नहीं करना चाहिए। तू किसी सभ्य मां-बाप की औलाद होगा।
वीडियो में रामदेव यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि सब लोग ज्यादा मेहनत करें। सरकार कहती है, अगर तेल का दाम कम होगा तो उन्हें टैक्स नहीं मिलेगा, तो वे देश कैसे चलाएंगे। सेना को कैसे वेतन देंगे, सड़क कैसे बनाएंगे? हां, महंगाई कम होनी चाहिए, मैं मानता हूं...दोनों ही पक्ष हैं। लेकिन मेहनत ज्यादा करो। मैं भी संन्यासी होकर सुबह चार बजे उठता हूं और रात के दस बजे तक काम करता हूं। बताया जा रहा है कि यह हरियाणा के करनाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान का है।
2014 से पहले बाबा रामदेव जोर शोर से भाजपा के लिए प्रचार करते थे। भाजपा को वोट देने और ₹40 प्रति लीटर पेट्रोल पाने का वादा करते थे। आज पेट्रोल 100के पार है। पत्रकार ने जब सवाल किया तो पत्रकार को धमकी देने लगे। शर्मनाक। आइए बाबा के सभी प्रोडेक्ट का बहिष्कार करें। #BoycottPatanjali pic.twitter.com/FzfZ41Xg9P
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) March 30, 2022
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जिससे पिछले 10 दिनों में दरों में कुल वृद्धि 6.40 रुपये प्रति लीटर हो गई। देश भर में दरों में वृद्धि की गई है और स्थानीय कराधान की घटनाओं के आधार पर अलग-अलग राज्यों में कीमतें अलग-अलग हैं।