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'आपराधिक लापरवाही...', दिल्ली एलजी ने कोचिंग सेंटर में हुई अभ्यर्थियों की मौतों का ज़िम्मेदार किसे ठहराया?

राजेंद्रनगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद दिल्ली के...
'आपराधिक लापरवाही...', दिल्ली एलजी ने कोचिंग सेंटर में हुई अभ्यर्थियों की मौतों का ज़िम्मेदार किसे ठहराया?

राजेंद्रनगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने रविवार को संभागीय आयुक्त को घटना पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने कहा कि यह घटना संबंधित एजेंसियों की ओर से "आपराधिक लापरवाही" और "बुनियादी रखरखाव" में कमी की ओर इशारा करती है। 

सक्सेना ने कहा कि वह सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत की घटना से बेहद दुखी हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत की राजधानी में ऐसा होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। कथित तौर पर पिछले कुछ दिनों में बिजली का करंट लगने से 7 अन्य नागरिकों की मौत हो गई है। जिन लोगों की जान गई है उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। आप मेरे विचारों और प्रार्थनाओं में हैं।"

सक्सेना ने कहा कि वह स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से दिल्ली पुलिस और अग्निशमन विभाग के बचाव कार्यों की निगरानी की है।

उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, "ये घटनाएं स्पष्ट रूप से संबंधित एजेंसियों और विभागों द्वारा बुनियादी रखरखाव और प्रशासन की आपराधिक उपेक्षा और विफलता की ओर इशारा करती हैं। शहर में जल निकासी और संबंधित बुनियादी ढांचे, साथ ही इन्हें संबोधित करने के लिए आवश्यक प्रयास और प्रयास स्पष्ट रूप से ध्वस्त हो गए हैं।"

उन्होंने कहा कि यह घटना ''पिछले एक दशक के दौरान दिल्ली को झेलनी पड़ी कुशासन की बड़ी समस्या'' का संकेत है।

एलजी ने कहा कि अपने घरों से दूर भारी फीस और किराया देने वाले छात्रों की बुनियादी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करने में कोचिंग संस्थानों और मकान मालिकों की भूमिका पर गौर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "जो कुछ हो रहा है वह अक्षम्य है और ऐसे मुद्दों को अब और अधिक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मैंने संभागीय आयुक्त से दुखद घटना के हर पहलू को कवर करते हुए मंगलवार तक एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।"

मामले में जहां दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं वहीं भाजपा और आम आदमी पार्टी में जुबानी जंग भी छिड़ गई है। अन्य छात्रों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच अब पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक को हिरासत में लिया।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। 

पुलिस उपायुक्त एम हर्ष वर्धन ने कहा, "हमने राजिंदर नगर पुलिस स्टेशन में धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (किसी भी लापरवाही या लापरवाही से किसी व्यक्ति की मौत, जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में नहीं आती), 115 (2) (स्वेच्छा से की गई सजा) 290 (इमारतों को गिराने, मरम्मत करने या निर्माण करने के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 35 के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अब तक हमने कोचिंग सेंटर के दो लोगों के मालिक और समन्वयक को हिरासत में लिया है।" 

डीसीपी ने कहा, "खोज और बचाव अभियान समाप्त हो गया। तहखाने से कुल तीन शव बरामद किए गए। सभी की पहचान कर ली गई है और हमने परिवार के सदस्यों को घटना के बारे में सूचित कर दिया है।"

गौरतलब है कि बचाव अभियान के दौरान घटनास्थल से दो छात्राओं और एक पुरुष छात्र के शव बरामद किए गए, जो पुलिस और अग्निशमन विभाग द्वारा भी चलाया गया था। पुलिस ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन दल्विन की इस घटना में मौत हो गई।

मध्य दिल्ली के पुराने राजिंदर नगर इलाके में भारी बारिश के बाद एक इमारत के बेसमेंट, जो एक कोचिंग सेंटर का हिस्सा था, में पानी भर जाने से शनिवार को तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत हो गई।

गुस्साए छात्र दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और कोचिंग संस्थान के प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। 

यूपीएससी के अभ्यर्थी युवराज ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "एमसीडी जिम्मेदार है। उन्होंने सुरक्षा उपाय सुनिश्चित नहीं किए। एमसीडी और आरएयू के आईएएस दोनों दोषी हैं, उन्हें संयुक्त रूप से उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए।"

एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी अंकित भड़ाना ने फंसे हुए छात्रों के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "लगभग 20-25 छात्र पुराने राजेंद्र नगर कोचिंग संस्थान के अंदर फंसे हुए हैं जहां घटना हुई थी और उनके ठिकाने अभी भी अज्ञात हैं। अभी तक कोई आधिकारिक बयान देने के लिए आगे नहीं आया है।"

सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करते हुए, एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी ने कहा, "हमारी मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बेसमेंट में ये सभी ऑपरेशन अवैध हैं और सुरक्षा उपायों की कमी है। कार्रवाई की जानी चाहिए।"

एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी अमन शुक्ला ने कहा, "हम मांग करते हैं कि सबसे पहले, बेसमेंट में अवैध रूप से चल रही इन सभी लाइब्रेरी को बंद किया जाए। एमसीडी को तुरंत इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए। पिछली बार जब बारिश हुई थी, तो कारें तैर रही थीं। एक साल में, उन्होंने कुछ नहीं किया।"

इससे पहले, मध्य दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें शाम सात बजे एक कोचिंग संस्थान के भूतल में पानी भर जाने की सूचना मिली। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वहां कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूरे भूतल में पानी कैसे भर गया। ऐसा लगता है कि भूतल में बहुत तेजी से पानी भर गया, जिससे कुछ लोग अंदर फंस गए।’’

हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया। बचाव दल को तीन छात्रों के शव मिले हैं। बेसमेंट में काफी अंधेरा है, छात्रों के रेस्क्यू कराने में खासी दिक्कत आ रही है। फिलहाल गोताखोर छात्रों की तलाश में जुटे हैं। पंप लगाकर बेसमेंट में पानी भी निकाला रहा है। 

डीएफएस के एक अधिकारी ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए दमकल की पांच गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। उन्होंने बताया कि बचावकर्मी जब मौके पर पहुंचे, तो उन्हें भूतल में पानी भरा हुआ मिला। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने घटनास्थल से तीन शव बरामद किए। उन्होंने बताया कि मृतकों में एक छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं। हालांकि, उनकी पहचान उजागर नहीं की गई है।

अधिकारियों के अनुसार, घटनास्थल पर आधी रात के बाद भी बचाव अभियान जारी रहा। डीसीपी हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया कि भूतल में अब भी जलस्तर सात फुट है, हालांकि वहां से पानी निकाला जा रहा है। आसपास के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। मौके पर दमकल की सात गाड़ियों को अलावा एंबुलेंस और एनडीआरएफ की गाड़ियां मौजूद हैं।

दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने देर रात को बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक और छात्र का शव बरामद किया गया है, फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है बेसमेंट में पानी निकाला जा रहा है। अभी तक तीन छात्रों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें एक की पहचान तेलंगाना की रहने वाली तान्या के रूप में हुई है। अभी अन्य की पहचान नहीं हो पाई है।

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को इस घटना की जांच करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।

मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह घटना कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।’’ आतिशी ने मुख्य सचिव को घटना पर जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

भाजपा ने AAP को ठहराया दोषी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और नयी दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने घटनास्थल का दौरा किया। दोनों नेताओं ने घटना के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि स्थानीय विधायक ने नालियों की सफाई को लेकर लोगों की अपील को नजरअंदाज किया।

सचदेवा ने कहा, ‘‘इस हादसे के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए अपने-अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। ’’

बांसुरी स्वराज ने कहा, 'यह बच्चे यहां अपना भविष्य सवांरने आए थे लेकिन दिल्ली की सरकार ने स्थानीय लोगों की एक नहीं सुनी। यहां के विधायक दुर्गेश पाठक से कहा जा रहा था कि वे नाले की सफाई करवाएं लेकिन इसे नहीं करवाया गया। बेसमेंट में पूरा पानी भर चुका है और अंदर के फर्नीचर तैर रहे हैं। इस मृत्यु की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है।'

#WATCH दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, "यह बच्चे यहां अपना भविष्य सवांरने आए थे लेकिन दिल्ली की सरकार ने स्थानीय लोगों की एक नहीं सुनी... यहां के विधायक दुर्गेश पाठक से कहा जा रहा था कि वे नाले की सफाई करवाएं लेकिन इसे नहीं करवाया गया...… pic.twitter.com/OuOBrlib1E

— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2024

'आप' विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा, 'यह लो-लाइन एरिया है। इस लाइन से पानी बहता है। नाला या सीवर टूट गया है और पानी बेसमेंट में भर गया है। टीमें अपना काम कर रही हैं। भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया। पिछले 15 सालों से वे पार्षद हैं, फिर भी नाला क्यों नहीं बनवाया। एक साल में सारे नाले नहीं बन सकते। राजनीति की कोई जरूरत नहीं है, अभी महत्वपूर्ण बच्चों की जान है।"

#WATCH दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा, "यह लो-लाइन एरिया है। इस लाइन से पानी बहता है। नाला या सीवर टूट गया है और पानी बेसमेंट में भर गया है... टीमें अपना काम कर रही हैं... भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया। पिछले 15 सालों से वे… pic.twitter.com/Of2tNT23cL

— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2024

अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भूतल में एक पुस्तकालय था, जहां कई विद्यार्थी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि भूतल में बड़ी मात्रा में पानी भरा था और फंसे हुए विद्यार्थियों को बाहर निकालने के लिए रस्सियों का सहारा लिया गया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने पर वहां रखा फर्नीचर तैरने लगा, जिससे बचाव अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

इस सप्ताह की शुरुआत में ही मध्य दिल्ली के पटेल नगर इलाके में भारी बारिश के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले 26 वर्षीय एक अभ्यर्थी की उस समय करंट लगने से मौत हो गई, जब उसने एक लोहे के गेट को छू लिया, जिसमें करंट दौड़ रहा था। 

भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया कि भूतल में अब भी 18 लोग फंसे हुए हैं, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

बांसुरी स्वराज ने दावा किया कि छात्रों को बचाने के लिए गोताखोरों को बुलाना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक हफ्ते से स्थानीय लोग ‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक से नाले की सफाई करवाने की मांग कर रहे थे। लेकिन दुर्गेश पाठक ने उनकी एक न सुनी। इस घटना के लिए अरविंद केजरीवाल, दुर्गेश पाठक और ‘आप’ सरकार जिम्मेदार हैं।’’

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