कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे के मद्देनजर बुधवार को राज्य से संबंधित कुछ विषयों को लेकर उन पर निशान साधा और सवाल किया कि उन्होंने अपने वादे के मुताबिक बिहार को अब तक विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया।
कांग्रेस ने 'नीट' परीक्षा में कथित प्रश्नपत्र लीक का विषय उठाते हुए यह भी कहा कि क्या प्रधानमंत्री छात्रों को यह भरोसा दिला सकते हैं कि इस मामले में सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे?
पार्टी नेता जयराम रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "एक तिहाई प्रधानमंत्री नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन करने के लिए बिहार जा रहे हैं। चुनाव अभियान के दौरान हमने उनसे कुछ सवाल पूछे थे। हम आशा करते हैं कि वह अब इनके उत्तर देंगे।" उन्होंने सवाल किया, "प्रधानमंत्री के वादे के अनुरूप बिहार को विशेष राज्य का दर्ज़ा क्यों नहीं दिया गया?"
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "2014 में जब मोदी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे तब उन्होंने कई बार बिहार को विशेष राज्य का दर्ज़ा देने का वादा किया था। केंद्र की अपनी बहुआयामी ग़रीबी सूचकांक (एमपीआई) रिपोर्ट के अनुसार, बिहार भारत का सबसे ग़रीब राज्य है। राज्य की 52 प्रतिशत आबादी की ठीक से स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा तक पहुंच नहीं है।"
रमेश ने कहा, "दस साल तक केंद्र में और क़रीब 20 साल तक राज्य में शासन करने के बाद भी सरकार विशेष राज्य का दर्जा देने में क्यों नाकाम रही? बिहार की जनता को प्रधानमंत्री क्यों भूल गए?" उन्होंने सवाल किया कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा क्यों नहीं दिया गया? "नॉन बायोलॉजिकल" प्रधानमंत्री बिहार के युवाओं की दुर्दशा को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं?"
उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा को लेकर सवाल किया कि क्या "एक तिहाई प्रधानमंत्री" लीक की पुष्टि या खंडन कर सकते हैं और छात्रों से वादा कर सकते हैं कि सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी? रमेश ने यह प्रश्न भी किया कि क्या कभी बिहटा हवाई अड्डा बनेगा?