कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया है कि ‘नेतृत्व की चुप्पी’ का नतीजा है कि देश में लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है, ‘आखिर वह ‘मन की बात’ में इस पर क्यों नहीं बोलते?’
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि देश की आजादी के 70 साल के इतिहास में पहली बार मोदी सरकार में हर महीने लिंचिंग की घटनाओं में 28 लोग मारे जा रहे हैं। यानी हर रोज एक लिंचिंग की घटना हो रही है। देश में नफरत के माहौल में अफवाहों को बल मिलता है और चुप्पी का ही नतीजा है कि घृणित अपराधों को बल मिल रहा है। मन की बात कार्यक्रम 2014 से चल रहा है लेकिन घृणित अपराधों पर कभी कोई बात नहीं की गई।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने देश के लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की हालिया घटनाओं को 'लिंचिंग मूवमेंट' करार देते हुए कहा कि इससे पहले ऐसे मूवमेंट के बारे में कभी नहीं सुना। सिंघवी ने सवाल किया कि क्या नफरत, अराजकता और जंगलराज ही मोदी जी का नया भारत है? आज मोदी सरकार में हिंसा और घृणा का माहौल बड़े पैमाने पर है। सिंघवी ने कहा कि अफवाहों पर रोक न लगाना लिंचिंग जैसी घटनाओं को बढ़ावा देता है। पिछले चार सालों में असहिष्णुता का नया लाइसेंस जारी कर दिया गया है। भाजपा सरकार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।