उत्तर प्रदेश के नगीना में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो जगह से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अमेठी में हार के डर से केरल भाग गए। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी के साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
अमित शाह ने कहा, मैंन व्हाट्सएप पर पढ़ा कि राहुल गांधी अमेठी छोड़कर केरल भाग गए हैं। वह केरल क्यों भाग गए? आप सबको पता है कि अमेठी में राहुल गांधी का समय खत्म हो गया है। इसलिए वह ध्रवीकरण की राजनीति कर जीतने की कोशिश में केरल गए हैं।‘
‘कांग्रेस ने हिंदू समुदाय को आतंकवाद से जोड़ा’
इससे पहले यूपी के धामपुर में शाह ने 'हिंदू आतंकवाद' को लेकर भी कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, 'विपक्ष के लोग तुष्टिकरण की राजनीति करने से बाज नहीं आते। अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की एक कोर्ट ने 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए विस्फोट पर फैसला दिया। उस समय की कांग्रेस सरकार ने कहा था कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट हिन्दू आतंकवाद का नमूना है। कांग्रेस ने पूरी दुनिया में विश्व बंधुत्व का भाव बढ़ाने वाले हिन्दू समुदाय को आतंकवाद के साथ जोड़कर बदनाम करने का काम किया।
शाह ने कहा, 'कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति ने देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। इसी का नतीजा है कि राहुल गांधी अमेठी छोड़कर केरल की ओर भागे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार अमेठी में उनका हिसाब-किताब होना तय है। उनका मकसद ध्रुवीकरण के जरिए केरल में जीत हासिल करने का है।'
अमेठी के साथ वायनाड सीट पर भी चुनाव लड़ेंगे राहुल
केरल की वायनाड सीट पर कांग्रेस का लगातार कब्जा रहा है। भौगोलिक रूप से वायनाड सीट दक्षिण के तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक जु़ड़ा हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऐके एंटनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पिछले कुछ समय से मांग उठ रही थी कि राहुल गांधी को दक्षिण भारत की एक सीट से और लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा, 'कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल से लगातार इस तरह की मांग उठ रही थी।' एंटनी ने कहा कि इसलिए निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
इसलिए वायनाड से लड़ेंगे राहुल
एंटनी ने कहा कि राहुल गांधी से वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और बताया कि राज्य के लोगों की ओर से आ रही मांग को ठुकराना उचित नहीं है। इसके लिए राहुल गांधी यूपी के अमेठी के साथ एक और सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए। एंटनी ने बताया कि कई कारणों से केरल की वायनाड सीट को चुना गया है। एंटनी ने कहा कि केरल की वायनाड सीट सांस्कृतिक और भौगोलिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। यह सीट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक को जोड़ती है। ऐसे में राहुल गांधी यदि वायनाड सीट से लड़ते हैं तो यह दक्षिण भारत का प्रतिनिधित्व होगा।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में लगातार दक्षिण भारत से अन्याय होता रहा है। ऐसे में उत्तर और दक्षिण भारत को सांस्कृतिक तौर पर जोड़े रखना बेहद जरूरी था। राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़कर तीनों राज्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
क्या अमेठी पर नहीं है राहुल को भरोसा? कांग्रेस ने दिया ये जवाब
क्या राहुल गांधी को अमेठी पर भरोसा नहीं है, पूछने पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी गुजरात छोड़कर वाराणसी से चुनाव क्यों लड़े? क्या उन्हें गुजरात पर भरोसा नहीं था? ये अपरिपक्व और बचकानी टिप्पणियां हैं। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल जी ने अनेको बार कहा है कि अमेठी उनकी कर्मभूमि है। अमेठी से उनका रिश्ता परिवार के सदस्य का है। इसलिए अमेठी को छोड़ नहीं सकते।
स्मृतिईरानी पर साधा निशाना
सुरजेवाला ने अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार हार का हैट्रिक लगाएंगी। पहले नई दिल्ली से हारीं, दूसरी बार अमेठी से और अब तीसरी बार भी अमेठी से चुनाव हारेंगी स्मृति ईरानी।