कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट बंद किए जाने के बाद से बवाल मचा हुआ है। वहीं, अब बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने राहुल गांधी के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी कार्रवाई करने की मांग की है।
एबीपी की खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आयोग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को चिट्ठी लिखकर कहा है कि राहुल गांधी ने रेप पीड़िता के माता-पिता की पहचान उजागर करके पॉक्सो एक्ट का उल्लंघन किया है। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मामले में ट्विटर पहले ही राहुल गांधी के हैंडल को लॉक कर चुका है। बता दें कि राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के 20 नेताओं और पार्टी के 7 ट्विटर हैंडल को भी लॉक किया गया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने नाबालिग के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी, जिनके साथ राष्ट्रीय राजधानी में कथित रूप से बलात्कार किया गया था, उनकी हत्या कर दी गई थी और उसके माता-पिता की सहमति के बिना ओल्ड नंगल श्मशान में उसका अंतिम संस्कार किया गया था। जिसके बाद बीजेपी ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार की पहचान उजागर की है जो गैरकानूनी है। एनसीपीसीआर की शिकायत के बाद, गांधी के ट्विटर अकाउंट को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।
राहुल गांधी ने लगाए ये आरोप
वहीं, राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि यह अमेरिकी कंपनी पक्षपातपूर्ण है, यह भारत की राजनीतिक प्रक्रिया में दखल दे रही है और सरकार के कहे मुताबिक चल रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि ट्विटर की ओर से जो किया गया है वह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है।
साथ ही, राहुल ने ये भी कहा, ‘मेरे ट्विटर को बंद करके वो हमारी राजनीतिक प्रक्रियाओं में दखल दे रहे हैं। ये देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर एक हमला है, ये राहुल गांधी पर हमला नहीं है। मेरे 19-20 मिलियन फॉलोअर्स हैं, आप उन्हें नकार रहे हो’।
उन्होंने यह भी कहा, ‘हमारा लोकतंत्र खतरे में है, हमें संसद में बोलने की अनुमति नहीं है, मीडिया पर नियंत्रण है और मुझे लगा कि ट्विटर एक प्रकाश की किरण है जिस पर हम अपने विचार लिख सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, ट्विटर एक निष्पक्ष प्लेटफॉर्म नहीं है’।