अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर विकास पर्व के तहत कर्नाटक के दावणगेरे में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने जोर देकर कहा कि वह पाप के पथ पर कभी नहीं जाएंगे। उन्होंने फिर एक बार आरोप लगाया कि पिछली सरकार डीजल और पेट्रोल सहित अन्य लॉबियों के दबाव में झुक गई थी। मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना दफ्तर भी ठीक से नहीं देखा था और कुछ लोगों ने उनके काम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। आलोचकों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यक्रम मुख्य रूप से किसानों और गरीबों के लिए हैं और उनमें बिचौलियों की भूमिका खत्म की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने आलोचकों पर वार करते हुए कहा, देश के कुछ ऐसे लोग हैं जो लोकतंत्र की बात करते हैं लेकिन लोगों की ओर से चुनी गई सरकार में यकीन नहीं करते। वे एनडीए का सत्ता में आना पचा नहीं पा रहे। मैं आपकी सरजमीं से आया हूं, आपके बीच से आया हूं। मोदी ने कहा, मैंने पिछले दो साल में जो कुछ भी किया है वह लोगों के कल्याण के लिए है। कुछ लोगों का कहना है कि मोदी बड़ी चीजें नहीं करते। पिछली सरकार पर कुछ लोगों को बड़े-बड़े फायदे पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, क्या मैं भी वही पाप करूं? क्या मुझे भी गलत राह पर चले जाना चाहिए? जब आपने मुझे आशीर्वाद दिया है तो मुझे पाप के पथ पर जाने की कोई जरूरत नहीं। यदि एक-दो चीजें नहीं भी हो पाती हैं तो मैं देश को गलत राह पर नहीं जाने दूंगा। प्रधानमंत्री ने ये टिप्पणियां ऐसे समय में की हैं जब कांग्रेस और कुछ अन्य पार्टियां मोदी सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रही हैं।