भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा अलग-अलग मोर्चों पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं। अब कश्मीर मसले को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है जिससे सियासत गर्म होना तय है। सिन्हा ने कहा है कि भारत ने घाटी के लोगों को भावनात्मक रूप से खो दिया है और पाकिस्तान कश्मीर मसले में जरूरी तीसरा पक्ष है।
‘दि वायर’ को दिए गए एक इंटरव्यू में पत्रकार करण थापर के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर लोगों के अलगाव को देख रहा हूं। यह ऐसी चीज है जो मुझे बहुत कचोटती है। हमने उन लोगों को भावनात्मक तौर पर खो दिया है। आपको यह समझने के लिए घाटी का दौरा करना पड़ेगा कि उनका हम पर भरोसा नहीं रहा।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं यह भी कहूंगा कि पाकिस्तान, दुर्भाग्यवश, जम्मू-कश्मीर में एक तीसरा जरूरी पक्ष है। और इसलिए यदि आप अंतिम समाधान चाहते हैं तो हमें किसी न किसी वक्त पाकिस्तान को इसमें शामिल करना होगा। हां, आप इसे हमेशा के लिए नहीं खींच सकते।’’
सिन्हा के मुताबिक, उन्होंने 10 महीने पहले कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के लिए पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन उन्हें ‘‘दुख’’ है कि मिलने का समय नहीं मिल सका। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘मैं दुखी हूं। मैं निश्चित तौर पर दुखी हूं। आप मिलने का समय मांगते हैं, 10 महीने बीत गए। मैं आपको बता दूं कि जब से मैं सार्वजनिक जीवन में आया हूं, राजीव गांधी से लेकर भारत के किसी प्रधानमंत्री ने मुझे मिलने का वक्त देने से मना नहीं किया। किसी प्रधानमंत्री ने यशवंत सिन्हा को नहीं कहा कि मेरे पास आपके लिए वक्त नहीं है। और यह मेरे अपने प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया। ऐसे में यदि कोई मुझे फोन करे और कहे कि कृपया मेरे पास आएं, तो माफ करें, वक्त निकल चुका है। मुझसे बुरा बर्ताव किया गया।’’