प्रवासियों के लिए बस के सवाल पर योगी सरकार और कांग्रेस के बीच बुधवार को भी पूरे दिन सियासी लड़ाई जारी रही। कांग्रेस के युवा नेता अंशु अवस्थी ने दावा किया है कि 500 बसों के लिए 4 बजे तक शाम तक के अल्टीमेटम के बावजूद दिल्ली-यूपी बार्डर पर कांग्रेस की बसें पूरी रात सरकार के फैसले का इंतजार करेंगी। अगर यूपी सरकार इन बसों के बारे में कल सुबह तक कोई फैसला नहीं कर पाती तो उन्हें वापस राजस्थान के लिए रवाना कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी नीयत में खोट नहीं है। लेकिन सरकार कानूनी दांव पेंच में उलझी है और इसका सीधा असर प्रवासियों की मिलने वाली सुविधाओं पर हो रहा है।
प्रियंका ने दिया था 5 बजे तक का अल्टीमेटम
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार की दोपहर एक वीडियो संदेश के जरिए यूपी की सरकार के सामने एक बार फिर दिल्ली यूपी बार्डर पर 500 बसों की पेशकश की। उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहे तो इन बसों पर ऊपर अपने झंडे लगा दे लेकिन घर जाने का इंतजार कर रहे लोगों के हितों को देखते हुए बस को परमिशन दे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तकलीफ की घड़ी में प्रवासी भाई बहनों के साथ खड़ी है और कांग्रेस कार्यकर्ता रास्ते में उनकी हर तरह से मदद भी कर रहे हैं। अगर सरकार इन बसों को चलाने को इच्छुक है तो चार बजे शाम तक ये बसें बार्डर पर इंतजार करेंगी वरना हम इसे वापस राजस्थान भेज देंगे। कांग्रेस महासचिव ने दावा किया कि लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस ने यूपी के 67 लाख लोगों की मदद की है। इनमें सात लाख लोग यूपी के बाहर फंसे थे।
आगरा में गिरफ्तार हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू
इस बीच बसों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही सियासी लड़ाई में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को लखनऊ पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें लखनऊ लाया जा रहा है। लल्लू पर जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। लखनऊ पुलिस ने मंगलवार को ही अजय कुमार लल्लू और प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ अलग अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। हजरतगंज कोतवाली में ये मुकदमा दर्ज है। लल्लू को आगरा के पास राजस्थान की सीमा पर मंगलवार को आगरा पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब वे सीमा पर फंसे श्रमिकों से मिलने पहुंचे थे। बुधवार को उस मामले में जमानत मिलते ही लखनऊ पुलिस ने उन्हें आगरा में ही गिरफ्तार कर लिया।
बस पॉलिटिक्स में सरकार के बचाव में उतरे डिप्टी सीएम भी
कांग्रेस की ओर से 1000 बसों की सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए योगी सरकार ने मंगलवार को कांग्रेस पर जमकर सियासी हमले किए थे। बसों पर सियासत तेज होते ही योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने बसों की जो सूची दी है, उसमें तिपहिया और टाटा के मैजिक वाहन हैं। सरकारी पोर्टल वाहन पर इन गाड़ियों का नंबर मिलान किया गया है। एक ही घंटे बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी मीडिया के सामने आए और उन्होंने कांग्रेस को जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महामारी के इस संकट में भी अपने आचरण से बाज नहीं आ रही है। झूठे दावे करना, लोगों को गुमराह करना, प्रवासी श्रमिकों की भावनाओं से खेलना ये कांग्रेस के बड़े नेताओं का और विपक्ष के कुछ नेताओं का काम रह गया है।