कृषि मंत्री गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। जैसे ही उनका काफिला बाहर निकला तो वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनकी कार पर अंडे फेंके। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में किसानों के प्रदर्शन के बाद विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटा है और अन्य विपक्षी दलों ने मंदसौर की घटना को केंद्र व राज्य सरकार की नाकामी बताया है।
मालूम हो कि शुक्रवार को ही बिहार के मोतीहारी में राधामोहन सिंह योग गुरु रामदेव के साथ मंच पर योग करते देखे गए थे। देश में एक तरफ किसान आंदोलन कर रहे थे, दूसरी तरफ कृषि मंत्री योग कर रहे है जो उनकी किसानों के प्रति संजीदगी पर सवाल खड़ा करता है। किसान आंदोलन पर बोलने से कृषि मंत्री लगातार बचते नजर आ रहे हैं। हालाकि पिछले दिनों किसानों की इस हालत के लिए कृषि मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक परिवार 60 सालों से सत्ता में रहा है जिसके चलते आज किसानों को आंदोलन करना पड़ रहा है। उनका कहना था कि गांव में जब आग लगती थी तो पानी डाल दिया जाता है लेकिन आज कुछ लोग घी नहीं बल्कि पेट्रोल डाल रहे हैं। वे जानबूझकर आंदोलन को भड़काकर देश में खराब हालात पैदा करना चाहते हैं।